अजमेर,26 अप्रैल। भारत की आजादी में असंख्य गुमनाम चेहरों ने योगदान दिया है। यह देश का दुर्भाग्य है कि निस्वार्थ भाव से देश के लिए जीवन समर्पित करने वालों को देश ने भुला दिया है। अजमेर के एकमात्र जीवित स्वाधीनता सेनानी श्री शोभाराम गहरवार के जीवन के 99 वे वर्ष पूर्ण कर सौवें वर्ष में प्रवेश करने
पर आयोजित जन्म शताब्दी अभिनंदन समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार पी साईनाथ ने कहा कि समाज के हर तबके का योगदान रहा है। उन्होंने बताया किउन्होंने देश के कोने कोने में मौजूद
16 स्वाधीनता सेनानियों पर पुस्तक लिखी है उनमें से एक अध्याय शोभाराम गहरवार पर है। गहरवार की गांधी, आंबेडकर और क्रांतिकारियों सभी से संबंध रहे यह अद्भुत बात है। उन्होंने कहा कि शोभाराम गहरवार का यह कहना कि मैं किसी एक को क्यों चुनूं ,अपने आप में विशिष्ट है।
सूचना केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सुप्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती अरुणा राय ने कहा कि देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वालो में वैचारिक मतभेद होते हुए भी आपसी सम्मान था। उन सभी का लक्ष्य एक था और वे एक दूसरे सहयोग करते थे। आज समाज में लोगों को बांटा जाता है और शत्रुता उत्पन्न की जाती है। श्रीमती अरुणा रॉय ने
अजमेर स्थित स्वाधीनता सेनानी भवन को स्मारक बनाने की मांग की।उन्होंने शोभाराम गहरवार को सौंवे जन्मदिवस पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनके जैसे व्यक्तित्व समूचे देश के लिए प्रेरणा हैं।
विशिष्ट अतिथि पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज की राष्ट्रीय अध्यक्ष कविता श्रीवास्तव ने कहा कि आजादी के आंदोलन में अजमेर का अद्वितीय योगदान रहा । यहां विभिन्न संस्थाओं और संगठनों के कार्यकर्ताओं ने निस्वार्थ भाव से संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि शोभाराम गहरवार सादगी और ईमानदारी की मिसाल हैं। दो बार पार्षद रहने के बावजूद वे दो कमरों के साधारण से घर में निवास करते है।
कार्यक्रम में शोभाराम गहरवार ने आजादी के आंदोलन के अपने संस्मरण सुनाते हुए गांधीजी,आंबेडकर तथा चंद्रशेखर आजाद से बाल्यकाल में भेंट की जानकारी दी। उन्होंने अपने समय के स्वाधीनता सेनानियों को भी याद किया और कहा कि अंग्रेजी राज का आतंक था किन्तु निर्भीक और निडर लोग अपने प्राणों की बाजी लगाकर भी झुकते नहीं थे। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई कुछ पाने के लिए नहीं बल्कि बड़े उद्देश्य की।पूर्ति के लिए थी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार व सिटीजंस काउंसिल के महासचिव दीनबंधु चौधरी ने कहा कि शोभाराम गहरवार सादगी,सेवा और ईमानदारी की मिसाल हैं। वे इस्मत नेभी स्वाधीनता सेनानीभवन की देखरेख करते हैं। उन्होंने स्वाधीनता आंदोलन में अजमेर के सेनानियों की भूमिका का स्मरण भी किया तथा कप्तान दुर्गाप्रसाद चौधरी के योगदान को भी बतलाया।
इस अवसर पर महात्मा गांधी के पौत्र तथा पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी के शुभकामना संदेश का वीडियो प्रसारण भी किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अजमेर फोरम के डॉ रमेश अग्रवाल ने स्वागत भाषण देते हुए कह कि शोभाराम गहरवार जैसे व्यक्तित्व का होना ही अजमेर वासी के लिए गौरव की बात है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने महात्मा गांधी और बाबा साहब आंबेडकर के चित्र का माल्यार्पण किया गया।। मनीषा शास्त्री ने वैष्णव जन तो तेंही कहिए कि सुमधुर प्रस्तुति दी। अंत में द टर्निंग पॉइंट पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने हम होंगे कामयाब की प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर विभिन्नसंस्थाओं द्वारा शोभाराम गहरवार का अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में महेंद्रसिंह रलावता, डी एल त्रिपाठी,शकील अहमद,रासबिहारी गौड़,,सुरेश सिंधी ,सोमरत्न आर्य,वर्षा शर्मा भंवरी देवी,श्वेता आनंद,शैलेन्द्र अग्रवाल,आरिफ हुसैन, एस पी मित्तल,नवाब हिदायतुल्लाह,फरहाद सागर,पूनम पांडे,शेफाली मार्टिंस,
सुरेश अग्रवाल,सरोज गर्ग,अशोक चौरसिया,गजेंद्र सिंह
रलावता आदि अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ अनंत भटनागर ने किया।