भाजपा पंचायतीराज प्रकोष्ठ प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व राजपूत स्टूडेंट यूथ ऑर्गेनाइजेशन(आरएसओ) संस्थापक अध्यक्ष दशरथ सिंह सकराय ने भगवान परशुराम के प्रकटोत्सव दिवस भगवान परशुराम प्रतिमा पर पुष्प अभिषेक करते हुए कहा कि भगवान परशुराम हिन्दू धर्म के महानतम अवतारों में से एक हैं। वे भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं,वो धर्म की स्थापना और अधर्म के नाश हेतु पृथ्वी पर अवतरित हुए।
उन्होने कहा कि भगवान परशुराम को ‘ब्राह्मणों में क्षत्रिय’ और ‘क्षत्रियों में ब्राह्मण’ कहा जाता है,क्योंकि वे ज्ञान,तपऔर अध्यात्म में तो पारंगत थे साथ ही युद्धकला में भी अद्वितीय थे।वे शिक्षा के भी महान प्रतीक हैं। भगवान परशुराम ने कई महापुरुषों को अस्त्र-शस्त्र की शिक्षा दी।भगवान परशुराम का चरित्र अन्याय के खिलाफ डटकर खड़ा होने और आत्मसंयम,संयमित आचरण और धर्म के मार्ग पर चलने को प्रेरित करता है।
स्वजागरण मंच के विभाग सह संयोजक डॉ कुलदीप सिंह शेखावत ने कहा कि भगवान परशुराम न केवल शक्ति और पराक्रम के प्रतीक हैं,बल्कि संयम,ज्ञान और धर्म के आदर्श भी हैं। उनके जीवन से हमें सच्चाई, कर्तव्य और समर्पण की प्रेरणा मिलती है।
भगवान परशुराम सर्किल स्थित स्मारक पर विप्र फाउंडेशन प्रदेश स चिव कपिल व्यास,डॉ.संत कुमार,राष्ट्र रक्षा संकल्प समिति सहसंयोजक श्रवण व्यास,राजेंद्र सिंह राठौड़,एडवोकेट श्याम सुंदर शर्मा, मनीष पारीक ने पूजा अर्चना की।