आज दिनांक 01 मई – दिगंबर जैन आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री प्रमाण सागर जी महाराज की प्रेरणा से भोपाल में विद्या प्रमाण गुरुकुलम का शुभारंभ अक्षय तृतीया पर विधिवत प्रारंभ हुआ।
यह जानकारी देते हुए स्थानीय संयोजक प्रकाश जैन ने बताया कि मुनि प्रमाण सागर जी महाराज आध्यात्मिक क्षेत्र में ही नहीं अपितु समाज में शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में दूर दृष्टि रखते हुए विद्या प्रमाण गुरुकुलु की स्थापना दिनांक 30 अप्रैल अक्षय तृतीया को प्रारंभ हुई। इस अवसर पर मुनिश्री ने बताया आचार्य विद्यासागर महाराज हमेशा से शिक्षा को समाज का बहुत महत्वपूर्ण अंग बताते हुए उस हेतु कार्य करने की प्रेरणा हमेशा से देते रहे है। गुनायतन परिवार विद्या शोध संस्थान सीरीज इंटरनेशनल के प्रयासों से ही यह संभव हो पाया। गुरुकुलम में प्रवेश हेतु 1500 से अधिक बच्चों ने आवेदन किया जिसमें से 180 बच्चों का सिलेक्शन हुआ जिसमें बच्चों की शिक्षा का खर्च गुनायतन परिवार के द्वारा दी गई स्कॉलरशिप से होगा। गुनायतन परिवार के द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी प्रशंसनीय योगदान सहयोगी संस्था सेवायतन के माध्यम से शिखर जी में निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं एवं इमरजेंसी मोबाइल सर्विसेज भी दी जा रही है।
कार्यक्रम की श्रृंखला में ब्रह्मचारी अशोक भैया, अभय भैया के द्वारा मंत्र उच्चारण के साथ कलश की स्थापना की गई। अभिभावकों की महत्वपूर्ण भूमिका उनके उत्साह से ही झलक रही थी। हॉस्टल सुविधा के साथ पब्लिक स्कूल में पढ़कर मेघावी छात्र समाज एवं राष्ट्र का गौरव बढ़ाएं इसी उद्देश्य से इस परिकल्पना को साकार रूप दिया गया है। मुनि प्रमाण सागर जी के द्वारा विद्या शोध संस्थान सेज इंटरनेशनल के डायरेक्टर्स विद्या प्रमाण गुरुकुलम के सहयोगी कार्यकर्ताओं को उनके कार्य की प्रति निष्ठा की शपथ भी दिलाई गई। बच्चों के अभिभावकों ने गुनायतन परिवार के अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए कृतज्ञता ज्ञापित की।
भवदीय
(प्रकाष जैन)
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