अजमेर 15 जून। वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के अंतर्गत रविवार को आनासागर की रीजनल कॉलेज स्थित चौपाटी पर श्रमदान कर साफ सफाई की गई। अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेंद्र सिंह राठौड़ के द्वारा उचित मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
श्री देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष श्री ओम प्रकाश भडाणा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा की पहल पर राज्य में वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत आनासागर पर साफ सफाई करने का कार्य सबके लिए प्रेरणादायक रहेगा। समस्त जल स्रोतों का स्वच्छ रहना भावी पीढ़ी के लिए एक सौगात रहेगा। इनका संरक्षण भी आवश्यक है। जल स्रोतों का संरक्षण एक साझी जिम्मेदारी है। इसे सरकार के साथ-साथ जन समुदाय के सहयोग से ही किया जा सकता है। इस प्रकार की सफाई से आनासागर झील का संरक्षण और संवर्धन होगा। इस अभियान से प्रदेश के आमजन बड़ी संख्या में जुड़े हैं। इसी से जल संरक्षण का यह महा अभियान जन अभियान बना है।
उन्होंने कहा कि मानसून से पूर्व जल स्रोतों की साफ सफाई होने से उनका पुनरुद्धार हो रहा है। इस कार्य से क्षेत्र के कुएं एवं बावड़ियों की क्षमता बढ़ेगी। राजस्थान को जल संकट से निजात दिलाने में यह जन अभियान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सरकार की मंशा प्रत्येक घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना है। इस संकल्प को पूर्ण करने में जल संरक्षण का यह अभियान उपयोगी सिद्ध होगा। हरित राजस्थान की अवधारणा को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष भी बड़ी संख्या में वृक्षारोपण किया जाएगा। आज हम सभी को एक पेड़ मां के नाम लगाकर उसे बड़ा करने का संकल्प लेना चाहिए।
नगर निगम के उप महापौर श्री नीरज जैन ने अपने संबोधन में कहा कि वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान सही अर्थों में एक जन अभियान है। इसके माध्यम से अजमेर शहर के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आए व्यक्तियों ने आनासागर रीजनल चौपाटी पर श्रमदान किया। इसमें युवाओं, महिलाओं, कार्मिकों तथा अधिकारियों ने मिलकर सफाई की। यह आनासागर झील के प्रति अजमेर शहर के लगाव को दर्शाता है। मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा द्वारा रामगढ़ की सफाई कर पूरे प्रदेश को एक संदेश दिया है। आना सागर झील को भी साफ करने के लिए शनिवार, रविवार तथा सोमवार के दिन निर्धारित किए गए थे। शनिवार को ज़ी सिने मॉल के पीछे के क्षेत्र में सफाई की गई थी। सोमवार को भट्टे वाली गली से मित्तल हॉस्पिटल के सामने तक की सफाई की जाएगी। इसमें भी अधिक से अधिक व्यक्तियों को भाग लेकर जल संरक्षण के कार्य में अपना हाथ बंटाना चाहिए।
अध्यक्ष श्री रमेश सोनी ने कहा कि जल है तो कल है, इस संकल्प को जीवन में अपनाया जाना आवश्यक है। इसके लिए पारंपरिक जल स्रोतों का संरक्षण करना चाहिए। आनासागर झील अजमेर की अस्मिता की परिचायक है। इस झील को स्वच्छ एवं रमणीय बनाने में प्रत्येक व्यक्ति का योगदान है। इसीलिए सभी ने मिलकर श्रमदान करने का पुण्य कार्य हाथ में लिया है। इसको कर अजमेर वासियों ने अपने कर्तव्य का पालन किया है। इससे आनासागर झीलों की भराव क्षमता बढ़ेगी।
इस कार्य में कारागार प्रशिक्षण संस्थान, राजस्व अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, राजस्थान पुलिस, विकास समितियां, मां सावित्रीबाई फुले मातृशक्ति कल्याण संस्थान, राजस्व विभाग, नागरिक सुरक्षा विभाग, शिक्षा विभाग, गायत्री परिवार, वन विभाग, स्काउट, मॉर्निंग वॉक ग्रुप, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन, दिगंबर जैन युवा महासमिति, भारत स्वाभिमान न्यास एवं पतंजलि योग समिति तथा बजरंग मंडल सहित विभिन्न संस्थाओं ने अपनी भागीदारी निभाई।
इस अवसर पर नगर निगम उपायुक्त श्रीमती अनीता एवं श्रीमती कीर्ति कुमावत, कारागार प्रशिक्षण संस्थान के श्री पारस जांगिड़, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जग नारायण व्यास एवं श्री गोविंद नारायण शर्मा, पूर्व पार्षद श्री चंद्रेश सांखला, श्रीमती भारती श्रीवास्तव, डॉ. अरविंद गिरधर शर्मा, श्री दीपक, श्री महेंद्र, सहित पार्षद, जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।