
प्रकरण में मनीषा कटारा पुत्री श्री नाथू कटारा निवासी भीमखोरा, ग्राम टांडीकलां, तहसील कुशलगढ़, जिला बांसवाडा ने स्वयं को 11 विषयों में एमए बताते हुए इन विषयों के पदों हेतु आवेदन किए हैं।
आयोग द्वारा इस संबंध में अभ्यर्थी मनीषा कटारा के ऑनलाइन आवेदन में दिए गए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर संपर्क कर अवगत कराने का प्रयास भी किया पर अभ्यर्थी ने न तो फोन उठाया न ही पुनः संपर्क का प्रयास किया।
अब आयोग महज 29 वर्ष की आयु में 11 विषयों में डिग्री की असत्य घोषणा कर आवेदन करने के इस प्रकरण में व्यक्तिगत सुनवाई कर अभ्यर्थी के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही करेगा।
इन विषयों में एमए होने का दावा
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आयोग सचिव ने बताया कि आयोग की भर्ती परीक्षाओं में ऑनलाइन आवेदन करते समय आवेदक द्वारा यह घोषणा की जाती है, कि आवेदन में दी गई सभी जानकारी स्वज्ञान और विश्वास के अनुसार सही है। जानकारी यदि झूठी या गलत होने का पता चलता है तो आयोग मेरे विरूद्ध कार्यवाही कर सकता है।
वर्तमान में आयोग 24 विषयों के कुल 2202 पदों के लिए 5.83 लाख अभ्यर्थियों हेतु राज्य के 21 शहरों में 904 परीक्षा केंद्रों पर प्राध्यापक एवं कोच प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन कर रहा है। इन विभिन्न विषयों की परीक्षा तिथि का निर्धारण इस प्रकार करने का प्रयास किया जाता है, कि विभिन्न विषयों में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की परीक्षा तिथियों में टकराव न हो। ऐसे में बिना वांछित योग्यता आवेदन करने वाले असत्य आवेदकों के कारण परीक्षा कार्यक्रम का निर्धारण करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
आयोग द्वारा इस प्रकार के अपात्र आवेदकों को आवेदन विदड्रा करने का अवसर भी दिया गया था। इस पर भी कई अपात्र आवेदकों द्वारा ऑनलाइन आवेदन विदड्रा नहीं किए गए हैं। अब आयोग द्वारा ऐसे अभ्यर्थियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्यवाही आरंभ कर दी गई है।