अजमेर, 25 जून। जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक का आयोजन बुधवार को विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया।
जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु द्वारा बैठक में पंडित दीन दयाल अन्त्योदय संबल पखवाड़ा आयोजन के संबंध में मार्गदर्शन प्रदान किए गए। पखवाड़े के अन्तर्गत शिविरों में प्री एवं पोस्ट तैयारियों के निर्देश के साथ साथ विकलांगता प्रमाण पत्र, पीएमजेएवाई, पीएमवीवीवाई, क्षयरोग, आरसीएच गतिविधि में टीकाकरण एवं प्रसव पूर्व जांच, एनसीडी के तहत 30 वर्ष से अधिक लोगों की बीपी एवं सुगर की जांच इत्यादि के लिए शत प्रतिशत लक्ष्यार्जन के लिए निर्देश प्रदान किए गए। साथ ही आरजीएचएस के तहत नियमानुसार चिकित्सकों द्वारा उपचार प्रदान करने के निर्देश प्रदान किए गए। किसी भी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को निर्देश प्रदान किए गए कि वे निरीक्षण के दौरान मॉनिटरिंग किया जाना सुनिश्चित करे। वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए चिकित्सालय के उपकरणों की उचित रख रखाव रखें जिससे किसी प्रकार की जन हानि न हो।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ज्योत्स्ना रंगा द्वारा जिले के समस्त बीसीएमओ तथा चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि वे शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर अपने चिकित्सा संस्थान पर उपयोग अनुसार वार्षिक दवा की मांग राज्य स्तर से प्रदत्त लिंक पर चढ़ाया जाना सुनिश्चित करवाए। सभी चिकित्सा संस्थान गर्भवती महिला की सोनोग्राफी जांच के लिए मा वाउचर समय पर जारी किया जाना, समय पर एएनसी एवं इससे संबंधित समस्त सुविधाएं, परिवार कल्याण की सुविधा, एनसीडी कार्यक्रम के तहत 30 प्लस की जांच इत्यादि किए जाने पर जोर दिया गया। साथ ही मौसमी बीमारियों को देखते हुए समस्त उपकरणों की कियाशीलता के निर्देश प्रदान किए गए।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (परिवार कल्याण) डॉ. रामलाल चौधरी द्वारा इस कार्यक्रम के साथ साथ एनक्यूआस के विभिन्न चरणों से जिले के सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को अवगत कराया गया एवं निर्देशित किया गया कि प्रत्येक ब्लॉक में स्थापित ब्लाक क्वालिटी एश्योरेंश टीम को चिकित्सा संस्थानों में भेजकर राज्य एवं राष्ट्र स्तर तक मानकीकरण करवाने का कार्य अतिशीघ्र किया जाना सुनिश्चित करावे। परिवार कल्याण के क्षेत्र में हाईडिलेवरी वाले चिकित्सा संस्थान ज्यादा से ज्यादा प्रसूताओं की सहमति प्राप्त कर पीपीआईयूसीडी लगाना सुनिश्चित करें। इससे अनचाहे गर्भधारण से महिला को बचाया जा सके। स्टॉप डायरिया कैम्पेन के दौरान आशा-सहयोगिनियों एवं प्रसाविकाओं के माध्यम से घर- घर ओआरएस व जिंक की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने पर जोर दिया गया।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शिंदे स्वाति द्वारा आरसीएच गतिविधियों की समीक्षा की गयी। इसमें पूर्ण टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, वैक्सीनेशन एमआर-1 से एमआर-2 के गैप एवं शहरी क्षेत्रों में प्रगति, जेएसवाई के भुगतान, एचबीएनसी, पीएमएसएमए, यूविन एवं एसएलवाई तृतीय के भुगतान समय पर किए जाने के निर्देश प्रदान किए गए। डीटीएफ के आयोजन में निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को दुरूस्त करवाकर लक्ष्यार्जन के निर्देश प्रदान किए गए।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. लोकेश गुप्ता ने राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत क्षय रोग निवारण एवं निदान पर बल दिया। सीवीनॉट एवं टूनॉट पर स्यूटम जांच किए जाने के लिए पाबन्द किया गया। इससे जिले में उपलब्ध मशीनों पर ज्यादा से ज्यादा सैम्पल की जांच करवाई जा सके। जिले में समस्त आम नागरिकों से शपथ के लिए लिंक प्रदान किया गया। लिंक के माध्यम से आम नागरिक स्वंय एवं अपने आस पड़ोस के परिवेश को टीबी मुक्त रखने के लिये जागरूक कर सकते है।
बैठक में जिले के समस्त पीएमओ, बीसीएमओ, बीपीएम तथा चिकित्सा अधिकारी प्रभारी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों शहरी तथा ग्रामीण, विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों एवं जिला स्तर से विभिन्न कार्यक्रमों के अधिकारी एवं समन्वयकों ने भाग लिया।