सामाजिक न्याय की नई उड़ान, देवनारायण बोर्ड के प्रयासों से लाखों विद्यार्थियों को मिला संबल
अजमेर, 27 जून। देवनारायण योजना के सुचारु संचालन के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित देवनारायण बोर्ड ने सामाजिक न्याय और छात्र कल्याण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं।
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा जी के मार्गदर्शन में देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश भड़ाना के नेतृत्व में विभिन्न योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित किया गया। बोर्ड के कार्यों का सीधा लाभ प्रदेश के पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को मिल रहा है।
देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश भड़ाना ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय अनेक विद्यार्थी आवासीय विद्यालयों में प्रवेश से वंचित रह गए थे। इससे छात्रवृत्तियों और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से हजारों विद्यार्थी वंचित हो गए थे। इस समस्या के समाधान के लिए श्री ओमप्रकाश भड़ाना द्वारा लगातार तीन बार मुख्यमंत्री एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री से संवाद किया गया।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए स्कूटी वितरण योजना का भी पुनः संचालन सुनिश्चित किया गया। पूर्व सरकार के समय स्कूटियों का वितरण बाधित था। बोर्ड के प्रयासों से वर्ष 2023-24 में 2873 स्कूटियों का वितरण सुनिश्चित हुआ। आगामी सत्र 2024-25 के लिए 3695 स्कूटियों के वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके अतिरिक्त स्कूटी योजना के ऑनलाइन पोर्टल को पुनः खुलवाकर लगभग 500 छात्राओं ने पुनः आवेदन किए।
उन्होंने कहा कि छात्रावासों में अधीक्षक की नियुक्तियों को लेकर भी विशेष कार्यवाही की गई। इसमें 79 छात्रावासों में से 44 छात्रावासों में अधीक्षकों की नियुक्ति की गई। इनमें महिला अधीक्षकों की भी संख्या उल्लेखनीय रही। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि अनेक छात्रावासों में भवनों की मरम्मत एवं विद्यार्थियों की आवश्यकताओं की अनदेखी की जा रही थी। इन समस्याओं का समाधान तत्काल करवाया गया।
उन्होंने कहा कि देवनारायण योजना के तहत छात्रवृत्ति वितरण की प्रक्रिया को भी सरल एवं समयबद्ध बनाया गया है। 1 जनवरी 2024 को राज्य सरकार द्वारा उत्कृष्ट विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के तहत 74307 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का लाभ दिलवाया गया। जिसमे से हमारी सरकार ने पिछले सरकार की अटकी छात्रवृतीया 25905 में से 21896 का भुगतान करवाया गया। शेष छात्रवृत्तियों के वितरण की प्रक्रिया भी तीव्र गति से चल रही है।
उन्होंने कहा कि अनुप्रति योजना के अंतर्गत कुल 1500 के लक्ष्य में से 1100 विद्यार्थियों को चयनित कर उन्हें प्रवेश प्रदान किया गया।
श्री भड़ाना ने कहा कि बजट घोषणाओं के तहत अधूरे पड़े निर्माण कार्यों को फिर से प्रारंभ करवाया गया है। आवासीय विद्यालय एवं छात्रावास भवनो के निर्माण कार्य प्रगतिशील किए गए हैं। साथ ही वर्ष 2025-26 के लिए प्रस्तावित नए छात्रावास भवनों के निर्माण प्रक्रियाधीन हैं।
उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवासीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति, एवं छात्रावासों में मेस भत्ता 3000 रुपये से बढ़ाकर 3250 रुपए प्रति छात्र करवाये।
उन्होंने कहा कि देवनारायण बोर्ड द्वारा की गई इन पहलों से सामाजिक समावेशन को बल मिलने के साथ राज्य के लाखों विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ भी प्राप्त हुआ है। शिक्षा के क्षेत्र में यह प्रयास राजस्थान को सामाजिक न्याय की दिशा में नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने वाले साबित हो रहे हैं।