अजमेर/राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष प्रो वासुदेव देवनानी ने वरिष्ठ साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया के बाल उपन्यास “मैं विवेकानंद हूं” के द्वितीय संस्करण का विमोचन रविवार को किया। इस कृति में स्वामी विवेकानंद के बाल्यकाल के प्रेरक प्रसंगों से लेकर श्रीरामकृष्ण परमहंस से प्राप्त भारत माता की सेवा के जीवन लक्ष्य तक के वृतांत को रोचक आत्मकथात्मक स्वरूप में लिखा गया है। साहित्य अकादमी के शंभूदयाल सक्सेना बाल साहित्य पुरस्कार से सम्मानित उमेश चौरसिया की विवेकानंद पर केंद्रित आठ पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। बाल नाटक “मेधावी नरेंद्र” बिहार, हरियाणा, पंजाब और मध्यप्रदेश में समग्र शिक्षा पाठ्यक्रम में भी शामिल है। इस अवसर पर बोलते हुए देवनानी ने कहा कि वर्तमान भौतिकवादी युग में स्वामी विवेकानंद के संदेश नई पीढ़ी को सार्थक राह दिखाते हैं।
