अजमेर, 8 जुलाई। वर्षा ऋतु के दौरान शहर में जलभराव की स्थिति से बचने के लिए जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु ने मंगलवार को विभिन्न नालों का मौके पर जाकर सघन निरीक्षण किया। समय रहते जल निकासी की स्थिति का आकलन करने एवं त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने सघन निरीक्षण का आरम्भ जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के पास स्थित नाले से किया। इस दौरान नगर निगम आयुक्त श्री देशल दान सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी साथ रहे। कांजी का नाला, सागर विहार पाथ-वे और अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया। इन क्षेत्रों में भारी वर्षा के दौरान जलभराव समस्या उत्पन्न नहीं होनी चाहिए। पूर्व में नालों की सफाई के पश्चात बारिश में आए कचरे को भी पुनः साफ कराएं। नालों की विभिन्न स्थानों से क्षतिग्रस्त दीवारों की भी मरम्मत सुनिश्चित की जाए। जिला कलक्टर ने मौके पर ही निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि संपर्क मार्गों की नालियों की तत्काल सफाई सुनिश्चित की जाए। इससे जल निकासी में किसी प्रकार की बाधा नहीं आएगी।
उन्होंने एचकेएच स्कूल के पास नाले की सफाई करने के निर्देश दिए। इस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए नगर निगम ने नाले की मशीन के माध्यम से सफाई करने की प्रक्रिया आरम्भ कर दी। चौरसियावास तालाब से जुड़े निकासी मार्गों की समीक्षा की गई। तालाब की पाल की मरम्मत करवाने के निर्देश दिए। रिजनल कॉलेज चौराहा, मित्तल हॉस्पिटल, बांडी नदी के समीप मोती विहार कॉलोनी होते हुए पूरे इलाके की भौगोलिक स्थिति का आकलन किया गया। बांडी नदी में से जलकुंभी तथा अवरोध हटाने के निर्देश प्रदान किए।
जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु ने कहा कि इन इलाकों में जल निकासी की सुचारू व्यवस्था के लिए नालों की सफाई एवं समय पर निगरानी आवश्यक है। मोती विहार कॉलोनी से नागफणी चौराहा तक के क्षेत्र का भी निरीक्षण किया। नागफणी चौराहे पर स्थित नाले की अवरुद्धता को खत्म करके नाले की सफाई की गई थी। रामसेतु की फव्वारा चौराहे वाली भुजा पर दरार एवं धंसान आने पर किए गए मरम्मत कार्य का भी अवलोकन किया। तकनीकी अधिकारियों के साथ इस संबंध में चर्चा की गई।
श्री लोक बन्धु द्वारा रेलवे स्टेशन के बाहर मुख्य मार्ग तथा सेंट फ्रांसिस हॉस्पीटल क्षेत्र का भी जायजा लिया गया। कलक्टर ने निगम अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस क्षेत्र में विशेष टीम लगाकर जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए। अलवर गेट नाले के पास रखे पाइपों को हटाने के लिए कहा गया। नालों से बाहर निकाला हुआ मलबा सूखते ही तत्काल हटाया जाना चाहिए। 9 नम्बर पैट्रोल पम्प के पास एस्केप चैनल की निर्माणाधीन दीवार का अवलोकन करने के साथ ही गुणवत्तायुक्त कार्य करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान आमजन को आवागमन में कठिनाई नहीं होनी चाहिए। इसके लिए समस्त क्षेत्रों में त्वरित पंपिंग सेट लगाकर जल निकासी की समुचित व्यवस्था तैयार रखने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ड्रेनेज व्यवस्था की नियमित मॉनिटरिंग की जाए और आवश्यकता अनुसार संसाधनों की व्यवस्था की जाए। नगर निगम को तत्परता से कार्य कर नागरिकों को राहत पहुंचानी होगी। उन्होंने अधिकारियों को जलभराव वाले संभावित क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण, सफाई और निगरानी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि घर-घर कचरा संग्रहण तथा वार्डों की सफाई का कार्य नियमित रूप से किया जाना चाहिए। साथ ही कचरे का उठान एवं निस्तारण प्रतिदिन करें। व्यावसायिक क्षेत्रों से दिन में दो बार कचरा संग्रहित होना चाहिए। रात्रि पारी से भी सफाई व्यवस्था हो। नियमित सफाई से वर्षा के दौरान कचरा बहकर नालियों एवं नालों को अवरूद्ध नहीं करेगा। इसी प्रकार पार्कों आदि का भी रख-रखाव किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर नगर निगम उपायुक्त श्रीमती अनिता चौधरी एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पृथ्वी सिंह सहित अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।