शिक्षा अधिकारियों को रात्रि विश्राम की बाध्यता पर शिक्षक संघ (सियाराम) ने उठाई आवाज

मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और मुख्य सचिव को भेजा ज्ञापन
अजमेर: 13 जुलाई /राजस्थान शिक्षक संघ (सियाराम) ने प्रदेश के शिक्षा अधिकारियों को माह में चार बार ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि विश्राम करने संबंधी शिक्षा विभाग के आदेश पर कड़ा विरोध जताया है। संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष भगवत डांगी ने इस बाबत मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व मुख्य सचिव को ज्ञापन प्रेषित कर इस आदेश को वापस लेने की मांग की है। संगठन के प्रदेश सलाहकार सचिव शक्ति सिंह गोड़ ने बताया कि यह आदेश न केवल प्रशासनिक संरचना के विपरीत है, बल्कि अधिकारियों की कार्यप्रणाली, स्वास्थ्य, पारिवारिक जीवन और महिला अधिकारियों की गरिमा पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से सरकार को अवगत कराया गया कि शिक्षा अधिकारियों की जिम्मेदारियाँ निरीक्षण, योजना निर्माण, रिपोर्टिंग और वित्तीय कार्यों तक विस्तृत हैं। अनिवार्य रात्रि विश्राम उनके कार्य संतुलन को बिगाड़ता है तथा मानसिक और शारीरिक रूप से थकावट का कारण बनता है। दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों में पदस्थ अधिकारियों को जहाँ ठहरने की सुविधाएँ नहीं हैं, वहीं महिला अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर स्थितियां उत्पन्न हो सकती है। ऐसी परिस्थिति में यह आदेश न केवल अव्यावहारिक है,बल्कि निरर्थक भी है।संगठन मीडिया प्रभारी रामनारायण सिंह रावत के अनुसार शिक्षक संघ (सियाराम) ने रात्रि विश्राम की बाध्यता वाले आदेश की पुनः समीक्षा कर इसे संशोधित करने की मांग की है।

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