हरियाली अमावस्या के अवसर पर नाग पहाड़ पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व को देखते हुए नाग पहाड़ को अतिशय क्षेत्र के रूप में मिले पहचान- श्री भड़ाना

अजमेर, 24 जुलाई। हरियाली अमावस्या के पावन अवसर पर गुरुवार को नाग पहाड़ स्थित ऎतिहासिक एवं सनातन धार्मिक स्थल पर हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था के साथ परिक्रमा कर पुण्य अर्जित किया। राजस्थान गुर्जर महासभा द्वारा आयोजित आदि गुर्जर तीर्थ नाग पहाड़ परिक्रमा यात्रा में देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश भड़ाना के नेतृत्व में बुजुर्गों, मातृशक्ति, युवाओं और बच्चों सहित हिंदू समाज के लोगों ने सहभागिता निभाई।

 श्री भड़ाना ने लक्ष्मी पोल क्षेत्र में भगवान देवनारायण की पाठ ईंट प्रकट स्थली पर ध्वजारोहण कर पूजा अर्चना की। बगड़ावतों के गुरु रूपनाथ की धूणी पर भी विधिवत पूजन किया गया। उन्होंने इस तीर्थ को धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान दिलाने की दिशा में प्रयास करने के लिए कहा।

श्री भड़ाना ने कहा कि नाग पहाड़ क्षेत्र को राज्य स्तरीय धार्मिक एवं पर्यावरणीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य, ऎतिहासिक पृष्ठभूमि, और आध्यात्मिक गरिमा इसे एक विशिष्ट तीर्थ और पर्यावरणीय पर्यटन स्थल बनाने योग्य बनाते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार से इस संबंध में आग्रह कर नाग पहाड़ को अतिशय क्षेत्र घोषित करने के प्रयास किए जायेंगे।

श्री भड़ाना ने कहा कि लगभग 25 किलोमीटर लंबी यह तीर्थ यात्रा अत्यंत दुर्गम मार्ग से होकर गुजरती है। इस पर हजारों श्रद्धालु प्रातः 4 बजे से ही यात्रा प्रारंभ कर देते हैं। उन्होंने कहा कि अगली हरियाली अमावस्या तक कम से कम 5 स्थानों पर मेडिकल टीमें, पीने के पानी की समुचित व्यवस्था और पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही यात्रा मार्ग को सुगम बनाने के लिए कार्य किए जाएंगे। इससे महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए यात्रा अधिक सुलभ बन सकेगी।

श्री भड़ाना ने कहा कि यह क्षेत्र गुर्जर बगड़ावतों की कर्मस्थली रहा है। जो यहां गौ-पालन एवं गाय चराने का कार्य करते थे। लक्ष्मी पोल से भगवान देवनारायण के मंदिर के निर्माण के लिए ईंटें यहीं से लेकर जाई जाती थीं। ये इसकी पौराणिक महत्ता को दर्शाती है। यह क्षेत्र महर्षि विश्वामित्र, अगस्त्य मुनि और राजा भर्तृहरि जैसे महान संतों की तपोभूमि भी रहा है।

हरियाली अमावस्या मेले में स्थानीय ग्रामीणों एवं धार्मिक संगठनों द्वारा भंडारे, जलसेवा और विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। इस अवसर पर धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, भंवरलाल चोपड़ा, लक्ष्मण गुर्जर, नितिन गुर्जर, विकास गुर्जर, अंकित गुर्जर, रामलाल गुर्जर, राजू गुर्जर चिताखेड़ा, विराट, ऋतिक, भगवान, मनोज कालस, कैलाश खटाना, विराट, महेंद्र बागड़ी,मनीष भड़ाना, सुखपाल, सुरेंद्र, फतेह सिंह सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

Leave a Comment

This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

error: Content is protected !!