जयपुर, 24 जुलाई। जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत की अध्यक्षता में गुरुवार को इंदिरा गांधी नहर भवन में जल परियोजनाओं की प्रगति को लेकर अहम समीक्षा बैठक हुई। श्री रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पेयजल और सिंचाई की पर्याप्त जलापूर्ति के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। जल सम्बंधी अभूतपूर्व बजट घोषणाओं को शीघ्र धरातल पर उतारना विभाग की सबसे प्रमुख जिम्मेदारी है, ताकि निर्धारित समय सीमा में प्रदेशवासियों को लाभ मिल सके।
जल संसाधन मंत्री ने कार्यों में धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं जल संरचनाओं के निर्माण को लेकर नियमित समीक्षा कर रहे हैं। अतरू कार्यों की गति में तेजी लाएं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि लापरवाही बरतने और धीमी गति वाले अभियंताओं की जिम्मेदारी तय कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
श्री रावत ने परवन वृहद बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना की भौतिक प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने परियोजना में बांध निर्माण, पाइपलाइन, डिग्गी निर्माण और अन्य कार्यों में गति बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं में भूमि अधिग्रहण से प्रभावितों के पुनर्वास की व्यवस्थाओं का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए। कालीतीर लिफ्ट सहित सभी परियोजनाओं में डिग्गी निर्माण व अन्य कार्यों में गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए।
जल संसाधन मंत्री ने वर्षा जल के सुनियोजित प्रबंधन करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बारिश से बांधों के भराव की जानकारी ली और सतर्कता और संवेदनशीलता से बचाव एवं राहत कार्य कराने के निर्देश दिए। श्री रावत ने कार्यों के लिए विभिन्न प्रकार की स्वीकृतियों में अनावश्यक देरी नहीं करने के लिए निर्देशित किया।
बैठक में जल संसाधन विभाग, इंदिरा गांधी नहर विभाग, सिंचित क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता विभाग, एकीकृत ईआरसीपी की समीक्षा की गई। इनमें बजट 2024-25 और 2025-26 की घोषणाओं, परवन वृहद बहुउद्देशीय सिंचाई, अपर हाई लेवल कैनाल, पीपलखूंट लिफ्ट सिंचाई एवं पेयजल, धौलपुर लिफ्ट, ईसरदा पेयजल, देवास, पार्वती नहर, साबरमती बेसिन, खमेरा लघु सिंचाई, हथियादेह के नहर निर्माण सहित विभिन्न जल परियोजना की विस्तृत समीक्षा की गई।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अभय कुमार ने भी अभियंताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में मुख्य अभियंता एवं अतिरिक्त सचिव श्री भुवन भास्कर, श्री अमरजीत सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मुख्यालय पर उपस्थित रहे। वी.सी के जरिए भी कई अभियंता बैठक में शामिल हुए।