अजमेर, 07 अगस्त। अजमेर दक्षिण विधायक अनिता भदेल द्वारा पावन पर्व रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में एक भव्य एवं भावनात्मक, सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन मनुहार गार्डन, आदर्श नगर रोड, अजमेर में किया गया। यह आयोजन परंपराओं का सम्मान था। साथ ही समाज में सेवा देने वाले विभिन्न वर्गों के प्रति आभार प्रकट करने और सामाजिक समरसता को प्रोत्साहित करने का एक प्रेरणादायक प्रयास भी रहा।
विधायक भदेल ने जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दक्षिण विधानसभा के सभी कार्यकर्ताओं के साथ रक्षाबंधन पर्व मनाया गया। रक्षाबंधन भारतीय संस्कृति में रक्षा, स्नेह और विश्वास का प्रतीक पर्व है। इसमें स्थानीय निवासियों, बीजेपी के कार्यकर्ताओं और प्रमुख नागरिकों सहित सभी क्षेत्रों के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
कार्यक्रम में विधायक भदेल ने व्यक्तिगत रूप से सभी को राखी बांधी। रक्षाबंधन का कार्यक्रम पूर्ण हर्षाेल्लास से मनाया। यह दृश्य आत्मीयता और सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रतीक था। इसमें नारी शक्ति द्वारा समाज की रक्षार्थ कार्य कर रहे कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया।
संस्कारों से ही समाज सशक्त बनता है-भदेल
रक्षाबंधन केवल एक भाई-बहन के रिश्ते का पर्व नहीं, बल्कि यह एक भाव है। यह समाज की रक्षा का, मूल्यों की रक्षा का और परंपराओं के संरक्षण का प्रतीक है। आज जब हम अपने समाज के रक्षक, डॉक्टर, पुलिस, और कर्मठ कार्यकर्ताओं को राखी बांधते हैं, तो यह संदेश जाता है कि नारी शक्ति केवल रक्षा की अपेक्षा नहीं करती बल्कि वह एक भावनात्मक जुडाव भी रखती है। वह अपने भाई की रक्षा के लिए अपनी जान तक न्योछावर कर सकती है।
मानसून फेस्ट के प्रतिभागियों को किया सम्मानित- भदेल
इस अवसर पर हाल ही में आयोजित मातृशक्ति मानसून फेस्ट 2025 में भाग लेने वाली विभिन्न प्रतिभागियो को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। मानसून फेस्ट के दौरान महिलाओं द्वारा फैशन शो, नृत्य, लहरिया, सास-बहू, मां-बेटी व अन्य प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाली प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित कर उनका उत्साहवर्धन किया। इस पर मानसून फेस्ट की प्रतिभागियों ने विधायक भदेल का आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके द्वारा बहुत ही बेहतरीन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। महिलाओं को जागरूक करने के साथ-साथ मनोरंजन हेतु मंच उपलब्ध करवाने का सराहनीय काम है। साथ ही विधायक भदेल ने मानसून फेस्ट में पधारी विशिष्ट अतिथिगणों शिखा माथुर, दीप्ति चिनारिया, डा.भूमिका, कविता आमोद को भगवान श्रीराम का स्मृति चिन्ह स्वरूप भेंट कर सम्मानित किया गया।
विधायक भदेल की अनुठी पहल, डॉक्टर्स को भी बांधा रक्षासूत्र
मनुहार गार्डन में मनाये जा रहे रक्षाबंधन के पावन अवसर पर एक अनूठी पहल देखने को मिली विधायक अनिता भदेल ने आदर्श नगर स्थित राजकीय सेटेलाईट चिकित्सालय के स्थानीय चिकित्सकों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनका सम्मान किया गया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से बॉर्डर पर हमारी सेना हमारे देश की रक्षा करती है, उसी प्रकार डॉक्टर दिन-रात परिश्रम करके हमारी सेहत की रक्षा करते हैं। उनका भी समाज की ओर से रक्षा व आदर होना चाहिए।
पुलिस कार्मिको को बांधा रक्षासूत्र- भदेल
विधायक भदेल द्वारा इस अनूठी पहल को आगे बढ़ाते हुए रक्षाबंधन के इस पावन अवसर पर रामगंज थाना पहुंचकर वहां मौजूद सभी पुलिसकर्मियों एवं अधिकारियों को राखी बांधकर उनके प्रति सम्मान एवं आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर उन्होंने पुलिसकर्मियों को मिठाई खिलाकर उन्हें रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं दी। उनके सेवा-समर्पण भाव की सराहना की। विधायक ने कहा कि जिस प्रकार पुलिसकर्मी हर समय, हर मौसम में नागरिकों की सुरक्षा के लिए तत्पर रहते हैं, उसी प्रकार यह हमारा भी कर्तव्य बनता है कि हम उनके त्याग और कर्तव्यनिष्ठा को सम्मान दें। उन्होंने यह भी कहा कि राखी केवल एक धागा नहीं, बल्कि भावनात्मक जुड़ाव और सामाजिक एकता का प्रतीक है।
विधायक भदेल ने पुलिस अधिकारियों एवं जवानों से संवाद करते हुए उनके कार्यों और समस्याओं को भी सुना। उन्होंने भरोसा दिलाया कि समाज की सुरक्षा में लगे इन रक्षकों के हितों की रक्षा के लिए वे हमेशा तत्पर रहेंगी। इस विशेष मौके पर थाना परिसर में आत्मीय वातावरण देखने को मिला। पुलिसकर्मियों ने भी विधायक महोदय का आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह उनके लिए एक प्रेरणादायक क्षण है, जब जनप्रतिनिधि स्वयं आगे आकर उनका उत्साहवर्धन कर रहे हैं। रक्षाबंधन जैसे पर्व पर इस प्रकार का आयोजन सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देता है। सुरक्षा बलों और समाज के बीच विश्वास की मजबूत डोर भी तैयार करता है।
अंत में विधायक अनिता भदेल ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों, मीडिया प्रतिनिधियों, डॉक्टर्स, पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आज के इस आयोजन ने यह साबित कर दिया है कि जब समाज का हर वर्ग साथ आता है, तो त्योहार केवल उत्सव नहीं रह जाते, वे समाज को जोड़ने वाली कड़ी बन जाते हैं।