अजमेर, 8 अगस्त। सौर ऊर्जा के उपयोग से अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा विद्युत खर्च में भारी कटौती की गई है।
अजमेर विकास प्राधिकरण की आयुक्त श्रीमती नित्या के. ने बताया कि सौलर पैनलों का पर्यावरण के लिए बहुत महत्व है। वे स्वच्छ, नवीकरणीय ऊर्जा के स्त्रोत हैं। जो ग्रीन हाउस गैसों से उत्सर्जन को कम करने, जलवायु परिवर्तन से निपटने, प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण एवं प्रदूषण मुक्त करने में मदद करते हैं। सौर ऊर्जा की प्रचुर उपलब्धता होने से राजस्थान में इसका भविष्य उज्जवल है। राजस्थान सरकार द्वारा सौर ऊर्जा को अत्याधिक महत्व दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अजमेर विकास प्राधिकरण ने भी प्रायोगिक तौर पर सामुदायिक भवन सी ब्लॉक चंद्रवरदाई नगर, सामुदायिक भवन हरिभाऊ उपाध्याय नगर मुख्य, सामुदायिक भवन हरिभाऊ उपाध्याय नगर विस्तार, दाहरसेन स्मारक, मित्तल हॉस्पिटल चौपाटी एवं एडीए क्वाटर्स पर 75 केवीए के सौर ऊर्जा प्लान्ट स्थापित किए गए हैं। सौर ऊर्जा प्लान्ट की समीक्षा करने पर पाया गया कि इन स्थानों पर पूर्व में औसत विद्युत बिल राशि रुपये 67 हजार 360 रुपये आ रहा था। जो वर्तमान में घटकर मात्र 41 हजार 868 रुपये ही रह गया है। विद्युत बिलों में लगभग 40 प्रतिशत राशि की कमी आई है। जो निरन्तर जारी रहेगी। इसके अतिरिक्त चंद्रवरदाई नगर स्थित खेल मैदान पर 80 केवीए का सौर ऊर्जा प्लान्ट स्थापित किए जाने का कार्य प्रगति पर है। इससे विद्युत बिलों पर लगभग 50 प्रतिशत राशि कम होने की सम्भावना है। सार्थक परिणामों को देखते हुए अजमेर विकास प्राधिकरण ने निर्णय लिया है कि भविष्य में प्राधिकरण की सम्पत्तियों पर अधिक संख्या में सौर ऊर्जा प्लान्ट लगाए जाएंगे। इसके लिए शीघ्र ही स्थान चयनित कर सौर संयंत्र स्थापना की कार्यवाही की जाएगी।