” गणेश चर्तुथी, देवनारायण जयंती एवं तेजा दशमी के पावन अवसर पर अजमेर जिले के दुग्ध उत्पादकों को भारी सौगात”
“30 पैसे प्रति फैट – 2 रूपये प्रति लीटर दूध के खरीद मूल्य में बढ़ोतरी”
जिले में हुई अतिवृष्टि से पशुपालको की फसले चौपट हुई एवं चारा भी गल गया। अतः पशुपालकों को राज्य सरकार द्वारा फसलो का मुआवजा एवं चारे पर अनुदान भी नहीं दिया जा रहा है तथा वर्तमान में लियन सीजन होने के कारण दूध की आवक एवं विपणन में काफी अन्तर है।
इसके कारण अकेले अजमेर जिले में लगभग 41 करोड़ रूपये पशुपालको के राज्य सरकार पर बकाया है, यदि समय पर यह राशि मिल जाती तो पशुपालक चारे की कमी को कुट्टी अथवा खाखला खरीद कर पुरी कर लेते। नई दरों के अनुसार पशुपालकों को अब अजमेर दुग्ध संघ द्वारा 9 रू. प्रति फैट एवं मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना के 75 पैसे प्रति फैट मिलने से कुल दर 9. 75 रूपये प्रति फैट मिलेगा एवं अजमेर जिले में औसत प्रति लीटर 6.4 फैट पर 63 रूपये प्रति लीटर की दर से क्रय मूल्य मिलेगा जो कि ना केवल प्रदेश अपितु पूरे देश में सर्वाधिक है। वर्तमान में इसका मुख्य कारण यह है कि राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना की अनुदान राशि 5 रूपये प्रति लीटर का भुगतान 8 माह से पशुपालकों को नहीं दिया जा रहा है। जयपुर डेयरी ने दो दिन पूर्व दूध के क्रय भाव डिकलेयर किया है वह अजमेर डेयरी से कम है क्योंकि जयपुर डेयरी में औसत फैट 5.4 आती है। जबकि अजमेर डेयरी में औसत फैट 6.4 आती है। इस प्रकार अजमेर के पशुपालकों को प्रति लीटर का 9.75 रूपये अधिक मिलेगा साथ ही जयपुर डेयरी द्वारा SNF की कटौती भी की जा रही है, उससे भी उनके क्रय मूल्य में असर पड़ेगा। अतः जिले के समस्त पशुपालकों से विनम्र अनुरोध है कि वह अपना शत प्रतिशत दूध अजमेर डेयरी में देवे एवं बाहरी राज्यों से अच्छी नस्ल की गाय एवं भैंस खरीद कर उपरोक्त क्रय मूल्य का लाभ उठाये। इस सम्बन्ध में आप अपने निकटत्तम बैंको से सम्पर्क करे और अधिक आवश्यकता हुई तो अजमेर डेयरी आपकी गारण्टी देगी। आपके सहयोग से जिले के उपभोक्ताओं को भरपूर दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद उपलब्ध करा सकेंगे। अन्त में RCDF का आभार व्यक्त करते है की उन्होंने भाव वृद्धि के प्रस्ताव पर अनुमति समय पर प्रदान की। उपरोक्त वृद्धि से जिले के पशुपालकों को 5 लाख रूपये प्रतिदिन एवं 1.50 करोड़ रूपये प्रति माह वर्तमान मूल्य से अधिक मिलेगा।