ब्यावर शहर में इस बार दशहरे से पूर्व एक ऐसा सांकेतिक रावण दहन होगा जो इससे पूर्व शायद ही कहीं हुआ हो।वर्द्धमान शिक्षण समिति से जुड़े श्री नृसिंह अग्रसेन जैन विद्यापीठ, नाज स्कूल में इस बार परम्परागत रावण दहन की जगह सांकेतिक रावण का पुतला बनाया जा रहा है।इस पुतले के भी रावण की तरह दस सर होंगे मगर ये दसों सर के गुण धर्म एक दम अलग होंगे। भ्रष्टाचार! बेरोज़गारी! आतंकवाद! सांप्रदायिकता! मंहगाई! नशाखोरी! महिला उत्पीड़न!दहेज! पर्यावरण विनाश!अशिक्षा!इन दस सिरों वाले रावण को राम का रूप धारण करने वाले बच्चे जलाएंगे।
आयोजन की जानकारी देते हुए संस्थान के सचिव नरेन्द्र पारख ने बताया कि इस आधुनिक रावण के पुतले को विशेष कारीगरों द्वारा ब्यावर में ही बनवाया जा रहा है।नाज स्कूल में इस आयोजन को लेकर भारी उत्साह है।
नाज स्कूल में इस प्रयोग से पहले किड गरबा का भी आयोजन किया जा चुका है जिसमें तीन पीढ़ियों ने एक ही कार्यक्रम में गरबा नृत्य किया और पुरस्कार हासिल किए।
Principal
Dr. Nivedita Pathak