जल रंगों से युवा कलाकारों ने जीवन्त की अजमेर की स्थापत्य कला*

*राजस्थान ललित कला अकादमी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय जल रंग शिविर का समापन*
राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे सांस्कृतिक सर्जन पखवाड़े के तहत ललित कला अकादमी जयपुर द्वारा आयोजित जल रंग की तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन समारोह कोटा आर्ट स्कूल के प्रांगण में संपन्न हुआ l
सृष्टि को  रंगों का खेल कहा गया है। रंग हमारे आस-पास की दुनिया को मोहक और सार्थक बनाते हैं। प्रकृति रंगों से भरी है और इनका मानव जीवन पर सीधा असर पड़ता है l
यह विचार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि  प्रख्यात चित्रकार प्रमोद कुमार सिंह ने व्यक्त किए l
कार्यशाला संयोजक संजय कुमार सेठी ने बताया की कार्यशाला में अजमेर के 60 कलाकारों एवं कला अध्यापकों ने भाग लिया l यह कार्यशाला अकादमी की ओर से पूर्ण रूप से निशुल्क आयोजित की गई l  कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक जल रंग कलाकार देवेंद्र कुमार खारोल थे l उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में अजमेर के नवोदित कलाकारों को प्राकृतिक स्थलों पर ले जाकर प्राकृतिक चित्रण की बारीकियां से अवगत कराया जाएगा l जिस  से कलाकारों को प्रकृति के रंगों  को समझने में मदद मिले l कार्यशाला के समापन के अवसर पर कलाकारों द्वारा निर्मित लगभग डेढ़ सौ कलाकृतियों की प्रदर्शनी आयोजित की गई l इसमें कलाकारों ने अजमेर के तारागढ़  के किले, पुष्कर के घाट, ब्रह्मा मंदिर, ढाई दिन का झोपड़ा, सोनी जी की नसियां, घंटाघर, अजय पाल प्रकृति क्षेत्र, आना सागर बारादरी, मेयो कॉलेज इत्यादि का चित्रण किया l कार्यशाला में सहायक निरपन कुमार बलवारा एवं एकता शर्मा, गोविंद मुर्मू,  हनी धवन ने सहयोग प्रदान किया l शिविर में   कलाकार राधिका बिजावत,  इंदु खडेलवाल, ज्योति जैन, बनवारी लाल ओझा, मनोज प्रजापति , बर्दीचंद मालाकार एवं प्रजेष्ट नगोरा  ने भाग लिया lकलाकारों की कलाकृतियों की प्रदर्शनी शीघ्र ही जयपुर में आयोजित की जाएगी l

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