पशुपालकों से की वार्ता, अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश
अजमेर, 25 अक्टूबर। श्री पुष्कर मेला 2025 की तैयारियों का जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु द्वारा मौके पर अवलोकन कर आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए गए। इस दौरान पशुपालकों से वार्तालाप कर व्यवस्थाओं का फीडबेक लिया।
जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु ने श्री पुष्कर मेला -2025 की तैयारियों की समीक्षा की। उपखण्ड अधिकारी कार्यालय में विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर विभिन्न बिन्दुओं के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। वे पुष्कर मेला क्षेत्र में मौके पर अधिकारियों के साथ पहुंचे। जिला कलक्टर ने नए मेला क्षेत्र का अवलोकन कर पशुपालकों एवं व्यापारियों से वार्तालाप किया। प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं का फीडबेक लिया। पशुपालकों को पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस बारे में पर्यटकों को भी सुविधा मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस बार पशुपालकों के लिए ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से निःशुल्क स्थल आवंटन की कार्यवाही की जा रही है। ऑनलाईन कार्य नहीं सकने वाले पशुपालकों के लिए हेल्प डेस्क स्थापित की गई है। इससे राजकीय भूमि पर अतिक्रमण तथा पशुपालकों के साथ बेईमानी रूकेगी। इस कार्य के अन्तर्गत लाईनिंग एवं संकेतकों से स्थलों का चिह्निकरण किया जा रहा है। नए मेला क्षेत्र में आवश्यकतानुसार रास्ते एवं पार्किंग की व्यवस्था भी की जा रही है।
उन्होंने मेला मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने के दौरान पर्याप्त व्यवस्थाएं बनाए रखने के निर्देश दिए। आगुन्तकों के बैठने के लिए सुव्यवस्थित स्थान होना चाहिए। इसके अतिरिक्त सम्पूर्ण मैदान में भी सुगम रूप से देखने तथा सुनने के अनुसार अतिरिक्त उपकरण लगाए। आमजन के आवागमन को सुगम किया जाए। निर्धारित स्थानों पर बड़ी एलईडी स्क्रीन के लगे होने से अधिकतम व्यक्ति सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनन्द ले सकेंगे। पूरे परिसर में पर्याप्त प्रकाश तथा श्रृव्य उपकरणों की व्यवस्था की जाए। वीआईपी पास की व्यवस्था नहीं होने से समस्त व्यक्ति पहले आओ पहले पाओ के आधार पर अपना स्थान ग्रहण कर सकेंगे। सांस्कृतिक संध्या में स्थानीय एवं राजस्थानी कलाकारों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पशु प्रतियोगिता स्थल के चारा डिपो में पर्याप्त चारा उपलब्ध रहना चाहिए। साथ ही पानी की खेली की प्रतिदिन सफाई और लगातार भरने की व्यवस्था करें। पशुओं के उपचार के लिए चौबीसों घण्टे चिकित्सज्ञ दल तैनात रहने चाहिए। विकास प्रदर्शनी की तैयारियों का भी अवलोकन किया गया। राजकीय, गैर सरकारी संगठनों, रेल्वे, केन्द्र सरकार तथा व्यावसायिक स्टॉलों को आकर्षक रूप देने के साथ ही योजनाओं को श्रद्धालुओं तक पहुंचाने के लिए निर्देशित किया। राजीविका के उत्पादों की प्रदशर्नी एवं विक्रय केन्द्रों को आकर्षक रूप देने के लिए कहा गया।
उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्रियों के आवागमन में अवरोधक बनने वाले अतिक्रमणों को लगातार हटाने की कार्यवाही की जा रही है। नए मेला मैदान में ही अश्व वंश की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। इसके अनुरूप ही समस्त व्यवस्थाएं की जाए। आध्यात्मिक यात्रा मार्ग की व्यवस्थाएं देखी। सरोवर के घाटों पर सफाई लगातार होती रहे। प्रत्येक घाट पर एक कार्मिक हमेशा तैनात रहेंगे। वर्तमान में सरोवर के पूरी तरह से भरे होने के कारण अतिरिक्त रक्षा उपकरण एवं मानवीय संसाधन लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इसके लिए अतिरिक्त जाप्ता लगाया गया है। दड़ा थाने में चौबीस घण्टे पुलिस कर्मियों का दल तैनात रहेगा। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र के साथ-साथ घाट पर भी कड़ी निगरानी रखी जाने के लिए व्यवस्था की जा रही है। सरोवर पर गहराई के निशान के साथ-साथ प्रत्येक घाट पर ट्यूब आदि की व्यवस्था रहेगी।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़, ज्योति ककवानी, उपखण्ड अधिकारी श्री गुरू प्रसाद तंवर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. दीपक कुमार, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सुनील घीया उपस्थित थे।