कार्यक्रम संयोजक श्री राजेन्द्र प्रसाद मित्तल व श्री सज्जन राज जैन ने बताया कि अथर्ववेद आधारित शाश्वत चिकित्सा को आम जनमानस तक पहुँचाने वाले एवं इस अद्वितीय वैदिक चिकित्सा पद्धति के प्रमुख प्रणेता डॉ. स्वामी बाबा भक्ति प्रकाश जी का अजमेर आगमन पर भव्य स्वागत किया गया। शहर में प्रवेश करते ही शाश्वत चिकित्सा से जुड़े कार्यकर्ता, भक्तगण एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने उन्हें फूल-मालाओं से सम्मानित किया। डॉ. स्वामी बाबा भक्ति प्रकाश जी को मानद डॉक्टरेट, भारत गौरव अवॉर्ड, विजनरी लीडर अवॉर्ड, देवभूमि यूनिवर्सिटी का भारतीय प्रतिभा रतन सम्मान सहित अनेक राष्ट्रीय–अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हैं। वे अथर्ववेद में वर्णित शाश्वत चिकित्सा को देश–विदेश के लाखों लोगों तक पहुंचाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं और चिकित्सा के साथ साथ ऑनलाइन और ऑफलाइन ट्रेनिंग देने का भी कार्य कर रहे हैं।
नि:शुल्क शिविर में उमड़ा जनसैलाब
अजमेर के हरिमाऊ उपाध्याय नगर विस्तार स्थित जय अम्बे सेवा समिति वृद्धाश्रम में शाश्वत हीलर सज्जन राज जैन द्वारा चार दिवसीय नि:शुल्क शाश्वत चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया है। इस शिविर में जोड़ों के दर्द, नसों के रोग, पुरानी तकलीफों, स्नायु विकारों सहित अनेक शारीरिक समस्याओं के लिए अथर्व वेद आधारित ड्रगलेस टच थेरेपी द्वारा रोगियों को उपचार प्रदान किया जा रहा है। शिविर के तीसरे दिन सैकड़ों रोगी पहुँचे और इस वैदिक चिकित्सा पद्धति के प्रति गहरी उत्सुकता व्यक्त की। आयोजकों के अनुसार शिविर में प्रतिदिन कई सत्र आयोजित हो रहे हैं, जिनमें बिना दवा – केवल स्पर्श आधारित शाश्वत चिकित्सा से रोगियों को लाभ पहुँचाया जा रहा है।
3 दिसंबर का विशेष शिविर
श्री कालीलरण दास खंडेलवाल के जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर 3 दिसंबर 2025 को प्रातः 9:00 बजे से 12:45 बजे तक विशेष नि:शुल्क चिकित्सा कैम्प आयोजित किया गया है। इस शिविर में रोगियों का उपचार स्वयं डॉ. स्वामी बाबा भक्ति प्रकाश जी के द्वारा किया गया और उनके शिष्य सज्जन राज जैन,सुरेश चंद्र और लक्ष्मण सिंह आदि ने सहयोग किया। इस कार्यक्रम श्री कालीचरण दास खण्डेलवाल, श्री राजेन्द्र प्रसाद मित्तल(समाजसेवी), श्री सुरेन्द्र सिंह चूड़ावत , श्री सज्जन राज जैन (समाजसेवी), श्री अनुपम गोयल का विशेष सहयोग रहा। आयोजकों ने सभी नगरवासियों का आभार किया कि इसमें अधिक से अधिक संख्या में पहुँचकर इस वैदिक शाश्वत चिकित्सा का लाभ प्राप्त किया। समाज में वैदिक शाश्वत चिकित्सा की ओर बढ़ता विश्वास लखनऊ विधान सभा,दिल्ली के उत्तमनगर के बाद अजमेर में आयोजित यह शिविर अथर्ववेद आधारित शाश्वत चिकित्सा को समाज तक पहुँचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। शिविर में आए लोगों ने बताया कि यह पद्धति शरीर और मन, दोनों पर सकारात्मक प्रभाव डालती है और बिना दवा के प्राकृतिक रूप से रोगों को दूर करने की क्षमता रखती है।
इस अवसर पर श्री घनश्याम दास काबरा, श्री मोहनजी खण्डेलवाल, श्री शैलेन्द्र अग्रवाल, श्री उमेश गर्ग, श्रीमती शुष्मा अग्रवाल ने भी सहयोग किया ।