योग के वैज्ञानिक एवम् चिकित्सकीय महत्व पर संस्कृति द् स्कूल में कार्यशाला सम्पन्न

अजमेर । संस्कृति द् स्कूल में योग पर कार्यषाला आयोजित की गई जिसमें योग गुरू स्वामी ओंकारानन्द सरस्वती, अनादि सरस्वती ने भाग लिया । स्वामी जी ने अपने व्याख्यान में भारतीय प्राचीन विद्या योग का महत्व बताते हुए विद्यार्थियों के लिए दण्डनीति का चिकित्सकीय महत्व बताते हुए कहा कि प्राचनी काल में गुरूकुल में विद्यार्थियों को जो दण्ड दिया जाता था वो चिकित्सकीय दृश्टिकोण से बेहद लाभप्रद होता था । चाणक्य नीति का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि योगासन से डायबिटीज, ब्लडप्रेषर, तनाव दूर होता है । हास्यासन का प्रदर्षन करते हुए सभी विद्यार्थियों को अ, इ, उ, ओ, अं स्वर के द्वारा हास्यासन का अभ्यास करवाया गया ।
कार्यक्रम के अन्त में विद्यालय के डायरेक्टर श्री मुकेष गोयल तथा प्राचार्य अमरेन्द्र मिश्रा द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया ।

 

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