
इससे पूर्व शनिवार शाम पुष्कर रोड स्थित सिंधुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक पर श्रीचन्द्र की मूर्ति के समक्ष अखंड धूणी का प्रज्ज्वलन देश भर से आये संतो और महापुरूषों ने किया। वार्षिकोत्सव में हरिशेवा धाम भीलवाड़ा के महन्त स्वामी हंसराम उदासी, आश्रम के महन्त स्वामी स्वरूपदास, तुलसी किशनधाम के स्वामी किशनलाल माखीजानी, किशनगढ़ से स्वामी श्यामदास, जतोई दरबार से स्वामी फतनदास, ईश्वर गोविन्द धाम के स्वामी ईश्वरदास विश्म्भरदेव, संत गौतमदास उदासी, बालक उमेश उदासी, दरबार के समस्त भक्त और श्रद्धालु शामिल हुए।