दादिया शिविर में ग्रामीणों के निपटाये कार्य

अरांई । दादिया प्रशासन गावों के संग शिविर में क्षत्रिय विधायक नाथूराम सिनोदिया के मुख्यआतिथ्य में आयोजित हुआ। शिविर में ग्रामीणों की समस्याओं का निस्तारण हुआ। दादिया में गत दिनों से चल रहे पशुचिकितसालय विवाद पर ग्रामीणों ने विधायक को अवगत कराया। ग्रामीणों ने बताया कि गत दिनों पशुचिकितक निर्मल शर्मा द्वारा गृभवती भैंस के इंजेक्शन लगाने से गृभपात हो गया था। ग्रामीणों ने उक्त मामले को लेकर विधायक के सामने आक्रोश व्यक्त किया। वहीं प्रशासन का कहना है कि भैंस के गृभपात होने का कारण भैंस की अस्वस्थता है। उक्त मामले में पशुचिकित्सक एवं ग्रामीण एक बार आमने सामने भी हो चुके है। ग्रामीणों ने विधायक से उक्त चिकित्सक का स्थानान्तरण करने की मांग की है। विधायक ने जांच कर ग्रामीणों को राहत देने का आश्वसान दिया है। शिविर प्रभारी अभिमन्यु कुमार ने ग्रामीणों को शांत रह कर अपनी समस्या का समाधान करने के निर्देश दिये। वहीं शिविर में उक्त मामला काफी देर तक चर्चा में रहा जिससे कार्य में बाधा पंहुची। थोडी देर बाद ग्रामीणों ने विधायक के आश्वासन के बाद अन्य कार्य में भाग लिया। शिविर में राजस्व विभाग ने नामान्तरण 80, जमीन विभाजन के 10, जन्म प्रमाण पत्र 300, मृत्यु प्रमाण पत्र 120, पालनहार योजना 12, पंचायतीराज ने 30 बीपीएल परिवारों को निशुल्क एवं 40 सशुल्क पट्टे वितरित किये। इसी प्रकार विधुत विभाग द्वारा कुटिर ज्योति के 13 कनेक्शन किये गये। शिविर में प्रधान पारसी देवी जाट, विकास अधिकारी ओमकारेश्वर शर्मा, नायब तहसीलदार राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, भाजपा विधि प्रकोष्ट प्रभारी भागीरथ चौधरी, साक्षरता प्रभारी पृथ्वी सिंह जोधा, कार्यक्रम संयोजक कैलाश चन्द शर्मा एवं समाजसेवक पद्म कोठारी सहित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।

रामस्नेही रामद्वारा में नानीबाई का मायरा भरा

अरांई। कस्ब के रामस्नेही रामद्वारा में वार्षिकोत्सव पर अयोजित कार्यक्रम में नानीबाई का मायरा भरा गया। उत्सव में संत राजाराम रामस्नेही ने श्रृद्वालुओं को बताया कि भगवान भक्तों के अधीन होते है। उन्होने नानी बाई का मायरा प्रसंग के बारे में बताया कि नरसीजी अपने भक्ती के दम पर नानी बाई का ऐसा मायरा भरा जो दुनिया में कोई नहीं भर सकता है। उन्होने बताया कि नरसी ने टूटी फूटी गाडी, पूराने कपडों और चंद लोगों के साथ भगवान के भरोसे मायरा भरने चले गये। उनकी भक्त और आत्मविश्वास के कारण भगवान को स्वंय नरसी जी सहायता करने आना पडा। भगवान ने भक्त नरसी का नानीबाई मायरा इतना जोरदार भरा की नरसी का नाम अग्रणी भक्तों में आ गया। कार्यक्रम में संत राजाराम जी ने भजन कीर्तन के माध्यम से भक्तों को नरसी बाई का मायरा सुनाया। जिसे सुन कर श्रोता भक्तीरस से ओतप्रोत हो गये। इस अवसर पर भगवान एवं भक्तों की विभिन्न झाकिंया सजाई गई। वार्षिकोत्सव के दोरान मंगलवार को रामचरित मानस, बुधवार को नरैना आचार्य का बधावणा, वर्षी एवं जागरण का कार्यक्रम आयोजित होगें।

– मनोज सारस्वत

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