
पुष्कर। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा ममता शर्मा ने कहा कि कलाकार आकार देता है। उसकी अपनी सोच होती है। आज आवश्यकता इस बात की है कि कलाकार अपनी कृतियों में मानसिक बदलाव लाने का काम करने वाली कृतियां बनाएं। उन्होंने कहा कि देश में बढ़ते महिला अत्याचारों की घटनाओं को रोकने के लिए हमे सामाजिक चिंतन करना होगा। दिल्ली की हाल ही में घटित गैंगरेप की घटना ने सिर झुका दिया है। ममता शर्मा पुष्कर के अनन्ता रिसोर्ट में राष्ट्रीय ललित कला अकादमी, नई दिल्ली की ओर से आयोजित राष्ट्रीय चित्रकला शिविर के उद्घाटन अवसर पर चित्रकारों को संबोधित कर रही थीं। राष्ट्रीय कला अकादमी, नई दिल्ली के बैनर तले देश के चित्रकारों व चित्रकला को प्रोत्साहित करने के मकसद से आयोजित राष्ट्रीय चित्रकला शिविर, आम चित्रकारों से दूर रहा। आयोजकों ने चुनिंदा प्रमुख चित्रकारों को ही शिरकत करने का मौका दिया। शिविर के पहले दिन कव्वालियां गंूजी। आयोजन स्थल पर प्रवेशाधिकार सुरक्षित होने के चलते शिविर से आमजन का जुड़ाव नहीं हो सका। शिविर 11 फरवरी तक चलेगा।
जमीन से जुड़े चित्रकारों को अकादमी स्तर पर प्रोत्साहित करने सम्बन्धी आंकड़ों की जानकारी मांगने पर अकादमी पदाधिकारी एक दूसरे का मुंह ताकते नजर आए। आखिरकार सचिव शर्मा ने जवाब देने की जिम्मेदारी राजस्थान ललित कला अकादमी के अध्यक्ष भवानी शंकर शर्मा पर डालते हुए पल्ला झाड़ लिया। कार्यवाहक अध्यक्ष सुबन्ना ने जमीन से जुड़े चित्रकारों को अकादमी के स्तर पर प्रोत्साहित करने का प्रयास की घोषणा कर पिंड छुड़ाया।