वेद है मनुष्यता का संविधान-डॉ. सुषमा

rishi udhyan ved sammelan 011अजमेर। राजस्थान संस्कृत अकादमी की अध्यक्ष डॉ. सुषमा ने वेद को मनुष्यता का संविधान बताते हुए कहा कि वेद को आगे बढाने के लिए अन्य भाषाओं का भी समन्वय करना होगा। डॉ. सुषमा ऋषि उद्यान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय वेद सम्मेलन के अध्यक्षता करते हुए समापन समारोह को सबोंधित कर रही थी। मुख्य अतिथि परोपकारिणी सभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रोफेसर धर्मवीर ने कहा कि वेदों के अनुसरण से जीवन की दिशा और दशा दोनों बदल जाती हैं। वेद हमें सही देखने, सोचने और करने का तरीका सिखाते हैं। समारोह को विधायक वासुदेव देवनानी, विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की संयुक्त महासचिव रेखा दवे ने भी सबोंधित किया। सयोजंक डॉ बद्रीप्रसाद पंचोली ने प्रतिवेदन पढ़ा। डॉ श्रद्धा ने आभार जताया, संचालन उमेश चौरसिया ने किया इस अवसर पर पंडित जोगेश्वर प्रसाद निर्मल द्वारा रचित और डॉ. मोक्षराज द्वारा सम्पादित पुस्तक यजुर्वेद प्रकाश का लोकार्पण किया गया।
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