अजमेर । विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति अजयमेरू तथा विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की अजमेर शाखा के तत्वाधान में सोमवार 18 फरवरी 2013 को सामूहिक सूर्यनमस्कार स्थानीय पटेल मैदान में प्रातः 8ः30 बजे आयोजित किया जायेगा। यह साूमहिक सूर्यनमस्कार पूरे भारत वर्ष में अलग अलग शहरों व गांवों में इसी समय आयोजित किया जायेगा। विवेकानन्द सार्ध शती वर्षरू. 12 जनवरीए 2013 से 12 जनवरीए 2014 तक यह वर्ष स्वामी विवेकानन्दजी के जन्म की सार्ध शती वर्ष के रूप में सम्पूर्ण देश भर में मनाया जा रहा है। समूचे वर्ष भर में इस दौरान कई कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जिनमें सामूहिक सूर्यनमस्कार महायज्ञए गृह सम्पर्क अभियानए समरसता यात्राए प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलनए भारत जागो दौड़ए मानव श्रृंखला आदि प्रमुख हैं।
कार्यक्रमों का प्रारम्भ 12 जनवरी 2013 को भव्य शोभायात्रा के साथ हो चुका है। सामूहिक सूर्यनमस्कार महायज्ञरू. स्वामी विवेकानन्द ने अपने कई उद्बोधनों में योगासन तथा व्यायाम का महत्व प्रतिपादित किया है। स्वामी विवेकानन्द द्वारा प्रशस्त मार्ग पर बढ़ते हुए युवाओं में व्यायाम तथा योग के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से विवेकानन्द केन्द्रए कन्याकुमारी तथा विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति ने 18 फरवरीए 2013
को देश भर में सामूहिक सूर्यनमस्कार कार्यक्रम आयोजित करना तय किया है। यह एक ऐतिहासिक कार्यक्रम होगा जिसमें देशभर के हजारों स्थानों पर करोड़ों विद्यार्थी एक ही दिन में सामूहिक रूप से सूर्यनमस्कार करेंगे। इसी क्रम में अजयमेरू महानगर में यह कार्यक्रम स्थानीय पटेल मैदानए में प्रातः 8ः30 बजे आयोजित किया जायेगा। इस कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के कक्षा 9 से 12 में पढ़ने वाले विद्यार्थी भाग लेंगे।
प्रशिक्षण विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति के प्रशिक्षकों ने विगत सप्ताह भर से शहर के कई विद्यालयों में सम्पर्क कर विद्यार्थियों को सूर्य नमस्कार का प्रशिक्षण देना प्रारम्भ कर दिया है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विद्यार्थी पूरे उत्साह से भाग ले रहे हैं। विद्यालयों के शारीरिक शिक्षक भी इस प्रशिक्षण में अपना पूर्ण सहयोग दे रहे हैं।
तैयारी हेतु बैठकरू. सार्ध शती समारोह समिति से जुड़े प्रमुख कार्यकर्ताओं ने तैयारी के निमित्त पटेल मैदान का दौरा किया तथा व्यवस्थाओं पर विचार विमर्श किया तथा विभिन्न व्यवस्थाओं हेतु टोलियां बनाते हुए दायित्व का निर्धारण किया। 18 फरवरी को पटेल मैदान को भव्य स्वरूप प्रदान कर विवेकानन्दमय बनाया जायेगा।
विस्तृत जानकारी
आज से 350 वर्ष पूर्व समर्थ गुरु रामदास ने गाँव.गाँव में सूर्यनमस्कार को प्रचलित किया था। छत्रपति शिवाजी की सेना बनी व स्वराज्य का गौरवमय इतिहास लिखा गया। सूर्यनमस्कार राष्ट्रनिर्माण का मार्ग सिद्ध हुआ। सूर्यनमस्कार के नियमित अभ्यास से शरीर बलवान व लचीलाए मन एकाग्र व शांतए बुद्धि तीक्ष्ण व समग्र तथा भावना संतुलित व उदात्त बनने के साथ ही आध्यात्मिक उन्नति भी होती है। सूर्यनमस्कार के सामूहिक अभ्यास से चमुत्व भाव ;टीम स्पिरिटद्ध का विकास व राष्ट्रनिर्माण का संस्कार सहजता से हो जाता है। आयोजन की भव्यता से समाज में सकारात्मक संदेश प्रसारित होता है। कार्यकर्ताए शिक्षक एवं समाज के प्रबुद्ध वर्ग में आत्मविश्वास का संचार होता है। स्वामी विवेकानन्द हमेशा कहा करते थे. ष्हमारे देश को चाहिए लोहे की मांसपेशियां और फौलाद के स्नायु। ऐसा शक्तिशाली शरीर और मन कि जिसका अवरोध दुनियाँ की कोई ताकत न कर सकेष् स्वामीजी के इस शक्तिदायी विचार को ध्यान में रखते हुए भारत को शारीरिकए मानसिकए बौद्धिकए भावनात्मक और अध्यात्म के बलार्जन का संदेश देने के लिए स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति ओर से देश भर ष्सूर्यनमस्कार महायज्ञष् का आयोजन किया जा रहा है। स्वामी विवेकानन्द की 150वीं जयंती उपलक्ष्य में आयोजित इस उपक्रम का विद्यालय के प्राचार्यए शिक्षक तथा विद्यार्थियों ने हार्दिक स्वागत किया है। इसके लिए सबसे पहले नागपुर सभी विद्यालयों के चयनीत विद्यार्थियों का अग्रेसर के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। तत्पश्चात विद्यालयों में उन प्रशिक्षित विद्यार्थियों के माध्यम से अन्य छात्र.छात्राओं को सूर्यनमस्कार का प्रशिक्षण दिया जाएगा। सोमवार दिण्18 फरवरीए 2013 को सम्पन्न होने वाले इस सूर्यनमस्कार महायज्ञ के लिए सभी विद्यालयों से संपर्क किया जा रहा है। नगर के सभी विद्यालयों के प्रचार्यए शिक्षकए छात्र.छात्राएं तथा अभिभावकों से आह्वान किया जाता है कि इस सामूहिक सूर्यनमस्कार के अभिनव आयोजन में सहभागी होकर स्वामीजी के इस सार्ध शती के अवसर पर उन्हें वीरता से पूर्ण कृति अर्थात ष्सामूहिक सूर्यनमस्कारष् के द्वारा नमन करें।
– कवंल प्रकाश