अजमेर। सावित्री कन्या विद्यालय को राजस्थान सरकार ने अधिग्रहित तो कर लिया है मगर इस स्कूल में बरसो से सेवारत शिक्षको के बारे में अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया। जिससे सेवारत कार्मिको के भविष्य पर खतरे के बादल मण्डराने लगे हैं। सोमवार को विद्यालय के दर्जनभर शिक्षको और कार्मिको ने वेतन नहीं मिलने और स्थाईकरण नहीं होने से खफा होकर राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर इच्छामृत्यु की मांग की। खेल शिक्षक सुनिता शर्मा ने बताया कि 16 फरवरी को भेजे गये पत्र का आजदिन तक संतोष जनक जवाब नहीं आया। ज्ञापन के जरिये राज्यपाल से मांग की है कि 1 मार्च को दो दिन के लिए अनशन किया जायेगा और यदि फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो सभी कर्मचारी इच्छामृत्यु बाबत् भुखहड़ताल पर बैठेगें।
गौरतलब है कि यह स्कूल सन् 2014 मे अपनी स्थापना के गौरवशाली सौ वर्ष पूरे करने जा रहा है। इस संस्थान के शिक्षकांे ने कई संकटों का सामना करते हए इसे शिक्षा के एक बड़े और भव्य मंदिर के रूप में स्थापित करने में कोई कोरकसर नही छोड़ी। ऐसे में अब ये देखना होगा कि सरकार इस ऐतिहासिक संस्थान में सेवारत शिक्षको का अस्तित्व बचा पायेगी या नही।