


केकड़ी। सावर बावन माता मंदिर क्षेत्र में सड़क निर्माण का विरोध कर रहे मंदिर पुजारी सहित कुछ ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के विरोध में गुरूवार को भाजपा के आह्वान पर पुलिस बल के भारी लवाजमे के बीच केकड़ी बंद शांतिपूर्वक सफल रहा हालांकि दोपहर पश्चात व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान खोल लिए। बंद के आह्वान पर गुरूवार को प्रात: ही अधिकांश दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान नहीं खोले वही भाजपा के पदाधिकारी जिला उपाध्यक्ष रिंकू कंवर राठौड़ के नेतृत्व में टोली बनाकर व्यापारियों से निवेदन कर दुकाने बंद कराने सुबह से ही बाजार में निकल पड़े उधर कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष छोटूलाल कुमावत, निर्मल चौधरी, रतन पंवार, धर्मीचंद न्याती, सतीश मालू सहित कई पदाधिकारी व्यापारियों को दुकाने खोलने का आग्रह करते नजर आए लेकिन व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। हांलाकि बंद के दौरान बाजार सहित चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात थे वहीं नगर में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस उपअधीक्षक सरीता सिंह, कार्यवाहक उपखण्ड अधिकारी रविन्द्र सिंह यादव, तहसीलदार रजनी माघीवाल व पुलिस निरीक्षक गोविन्द सिंह व क्षेत्र के सभी थानों सहित जिले के विभिन्न थानों से आए पुलिस अधिकारी मय जाप्ते के नगर का भ्रमण करते रहे। कुल मिलाकर केकड़ी शहर पुलिस छावनी के रूप में दिखाई दिया। पुलिस के भारी जाप्ते के कारण नगर में भाजपा व कांग्रेस के पदाधिकारियों के बीच आमने-सामने नारेबाजी के बावजूद कोई अप्रिय घटना घटित नहीं हुई, यहां घण्टाघर पर एकत्रित हुए दोनों दलों के कार्यकर्ताओं बीच नारेबाजी के दौरान कुछ समय के लिए तनाव की स्थिति भांपकर पुलिस अधिकारियों ने बीच बचाव कर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को अलग-अलग किया। जबकि पूर्व में ही मामले को राजनैतिक तूल दिए जाने से दोनों दलों के बीच टकराव होने का अंदेशा बना हुआ था जिसके चलते यहां प्रशासन द्वारा एहतियात तौर पर 100 जवानों के अतिरिक्त जाप्ते के साथ अश्रू गैस, रबर बुलेट वाहन, अग्रि वर्षा यंत्र आदि मंगाए गए। बंद के दौरान भाजपा की जिला उपाध्यक्ष रिंकू कंवर राठौड़ व पुलिस उपअधीक्षक के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई। राठौड़ ने सावर जाम के बाद ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस द्वारा राजनैतिक दबाव में आकर की गई कार्रवाई का आरोप लगाकर अफसोस जाहिर करते हुए पुलिस उपधीक्षक को खरीखोटी सुनाई। भाजपाईयों का आरोप है कि कांग्रेस द्वारा भाजपा के केकड़ी बंद को असफल करने के कई तरह के दबाव व प्रयास विफल रहे वहीं उन्होंने कहा कि व्यापारियों ने बंद को सफल बनाकर यह संदेश दिया है कि वे तानाशाह शासन, प्रशासन के खिलाफ हैं। हांलाकि व्यापारियों को यह कहते सुना गया कि भाजपा व कांग्रेस को राजनीति करने के लिए लोगों को मोहरा बनाना तथा बेवजह आम लोगों को परेशानी मे डालना उचित नहीं है। दोपहर पश्चात भाजपा के पदाधिकारियों ने रिंकू कंवर राठौड़ के नेतृत्व में उपखण्ड अधिकारी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। भाजपाईयों द्वारा दिए गए ज्ञापन में राज्यपाल के नाम दिए गए ज्ञापन में विधायक डा. रघु शर्मा द्वारा अपने पद व प्रभाव का दुरूपयोग कर सावर में अपनी रिश्तेदार इन्द्रा शर्मा को आवंटित की गई मार्बल खदान को निरस्त करने के साथ पद का दुरूपयोग करने के आरोप में विधायक को मुख्य सचेतक पद से हटाने तथा सावर में बावन माता मंदिर क्षेत्र में सड़क निर्माण के दौरान विरोध करने वाले पुजारी व अन्य ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस में दर्ज किए मुकदमे को वापस लेने तथा सावर एसएचओ सहित अन्य दोषी अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में भाजपा की रिंकू कंवर सहित पालिकाध्यक्ष रतनलाल नायक, मण्डल अध्यक्ष रामनिवास तेली, किसान नेता किसान लाल डसाणियां, सत्यनारायण चौधरी, सलीम गौरी, राजेन्द्र विनायका, धनराज मेहरचंदानी, महावीर साहू सहित सैंकड़ो कार्यकर्ता मौजूद थे। उधर बावन माता मंदिर के पुजारी प्रहलाद लौहार अपने परिवार के साथ यहां उपखण्ड कार्यालय पर उनके खिलाफ की गई कार्रवाई के विरोध में अनिश्ििचत कालीन धरने पर बैठे हैं। वहीं भाजपा अजमेर देहात जिलाध्यक्ष नवीन शर्मा द्वारा प्रकरण की जांच के लिए नियुक्त भाजपा जिला महामंत्री राधेश्याम पोरवाल, जिला उपाध्यक्ष जीतमल प्रजापत व मदन सिंह रावत ने यहां भाजपाईयों से मिलने के बाद सावर मौके पर पहुंचकर घटनास्थल व सड़क निर्माण कार्य का अवलोकन किया। बताया गया है कि यह दल प्रकरण की जांच कर अपनी रिपोर्ट भाजपा की प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे को सौपेगा।
केकड़ी देहात युवा मोर्चा अध्यक्ष पद पर विवाद जारी
केकड़ी। भारतीय जनता पार्टी केकड़ी में लम्बे अर्से से चल रही धड़ेबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है जिसके चलते यहां देहात युवा मोर्चा अध्यक्ष पद पर दो युवाओं की नियुक्ति विवाद का कारण बनी हुई है। आम कार्यकर्ताओं का मानना है कि क्षेत्र में गत विधानसभा चुनाव से शुरू हुई वर्चस्व की लड़ाई के चलते भाजपाई अपने मूल उद्देश्य से भटक कर आपस में लडऩे तथा एक दूसरे को नीचा दिखाने में ही समय बर्बाद कर रहे हैं, साथ ही अनुशासन का पाठ सिखाने वाली पार्टी की साख को दीमक की तरह खोखला कर रहे हैं। गत दिनों देहात भाजपा अध्यक्ष वीर विक्रम सिंह द्वारा क्षेत्र के युवा योगराज सिंह राठौड़ को देहात युवा मोर्चा अध्यक्ष पद पर नियुक्त किए जाने के बाद युवा कार्यकर्ताओं में संशय की स्थिति बन गई है कि वे किसे अपना अध्यक्ष माने जबकि इस पद पर युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामावतार लाटा द्वारा गत वर्ष केकड़ी देहात अध्यक्ष की अनुषंशा पर मनोज जाखड़ को नियुक्त किया गया था तब से जाखड़ ही इस पद पर कार्य कर रहे थे लेकिन अचानक बिना किसी पूर्व सूचना के देहात अध्यक्ष वीर विक्रम सिंह द्वारा योगराज सिंह राठौड़ को युवा मोर्चा के देहात अध्यक्ष पद पर नियुक्त किए जाने से क्षेत्र के युवाओं में फिर से असमंजस की स्थिति बन गई है कि आखिर वे किसे अपना अध्यक्ष माने। इस बारे में युवा नेता मनोज जाखड़ का कहना है कि युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष लाटा द्वारा उन्हें नियुक्ति दिए जाने के बाद से ही वे अधिकृत रूप से युवा मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं, वहीं इस बारे में नवनियुक्त अध्यक्ष योगराज सिंह राठौड़ का कहना है कि देहात अध्यक्ष वीर विक्रम सिंह द्वारा उन्हें हाल ही में इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है उसी के मुताबिक वे पार्टी की गतिविधियों में भागीदारी निभाते हुए कार्य कर रहे हैं। इस बारे में देहात अध्यक्ष वीर विक्रम सिंह का कहना है कि भाजपा संविधान के मुताबिक देहात मण्डल अध्यक्ष को पार्टी के विभिन्न मोर्चों व प्रकोष्ठों पर नियुक्ति के अधिकार है उसी के अनुरूप उन्होंने युवाओं में सक्रियता बनाए रखने के लिए युवा मोर्चा देहात अध्यक्ष पद पर योगराज सिंह की नियुक्ति की है, वहीं इस बारे में भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामावतार लाटा का कहना है कि गत बार भी इस अध्यक्ष पद को लेकर गतिरोध पैदा हुआ था तब मैने देहात जिलाध्यक्ष नवीन शर्मा के निर्देशानुसार केकड़ी मे पर्यवेक्षक नियुक्त कर जांच कराई थी और मनोज जाखड़ को केकड़ी देहात युवा मोर्चा अध्यक्ष पद के लिए अधिकृत किया था तभी से जाखड़ ही संवैधानिक रूप से देहात युवा मोर्चा अध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। लाटा कहना है कि जाखड़ के अलावा अगर कोई दूसरा इस पद पर कार्य कर रहा है तो उसकी नियुक्ति असंवैधानिक है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भी इस पद पर दो युवाओं की नियुक्ति को लेकर विवाद गहराया था। पूर्व में भी केकड़ी देहात अध्यक्ष वीर विक्रम सिंह ने मनोज जाखड़ की इस पद पर नियुक्ति के लिए युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष लाटा को अनुशंषा करने के बाद अपने स्तर पर क्षेत्र के ही एक अन्य युवा कार्यकर्ता महेश शर्मा की नियुक्ति कर दी थी जिसे बाद में पार्टी के उच्चाधिकारियों द्वारा अस्वीकार कर दिया गया। कुल मिलाकर क्षेत्र मे पार्टी नेताओं के बीच विधानसभा चुनाव में टिकट पाने की प्रतिष्पर्धा ने कार्यकर्ताओं के बीच धड़ेबाजी को इस स्तर पर लाकर खड़ा कर दिया है कि नीचे से ऊपर तक के नेता भी इस खाई को पाट पाने में असमर्थ दिखाई दे रहे हैं।
– तिलक माथुर