अजमेर। शिवसेना से राज्यसभा सांसद और सामना अखबार के संपादक संजय राउत, सांसद अनिल देसाई और आनंद गीते ने मंगलवार को अजमेर में प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की बारगाह में हाजरी देकर देश में अमन चैन और भाईचारे की दुआ की।
संजय राउत ने दोनों सांसदों के साथ दरगाह दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन का माल्यापर्ण कर तलवार भेंट की और शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। राउत ने बताया कि यह सम्मान और अभिनंदन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की ओर से वे उनके प्रतिनिधि बनकर करने आये है। दरगाह दीवान ने करोड़ांे भारतीयों सहित बॉर्डर पर अपने देश की रक्षा करते समय जान न्यौछावर करने वाले शहीद सैनिकों का सम्मान करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ की दरगाह जियारत का बहिष्कार करके देश के दुसरे मुसलमानों के लिए राष्ट्रभक्ति का प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया जिसकी चारों और प्रशंसा हो रही है। उन्होने पत्रकारों से हुई बातचीत मे बताया कि देश की रक्षा करने वाले सैनिकों का सम्मान इस देश की सरकार या राजनेता तो नही कर सकते लेकिन एक धर्मगुरू ने शहिदों की शहादत का सम्मान करते हुए पाक प्रधानमंत्री की अजमेर यात्रा का विरोध किया जो एक सच्चे हिन्दुस्तानी होने की निशानी है। राउत ने विधि मंत्री सलमान खुर्शीद द्वारा प्रधानमंत्री की आव भगत में किये गये भोज की भी निन्दा की और कहा कि सलमान खुर्शीद को तो ऐसे काम करने की आदत है। यदि सरकार और खुर्शीद में जरा सी भी देशभक्ति की भावना होती तो वे पाक प्रधानमंत्री की यात्रा का कड़े स्वर में विरोध करते और जब तक भारतीय सैनिकों की कटे सिर वापस भारत को नही सौंप देते। किसी भी पाकिस्तानी अधिकारी या राजनेता को भारत में आने की इजाजत नहीं देते। दरगाह दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का आभार जताते हुए कहा कि वे किसी सम्मान के काबिल नहीं है। एक सच्चे हिन्दुस्तानी होने के नाते उन्होने लाखों, करोड़ों भारतीयों की भावना का सम्मान करते हुए पाक प्रधानमंत्री की यात्रा का विरोध किया।
yeh sab natak hai zardari k time pe dewan ko nizam gate ka pass mila tha is liye yeh sab ho raha hai hum bhi desh bhakt hain hum bhi pak p.m. ka virodh karte hain hum bhi us ka bhaishkar karte hain app sab se meri vinti hai app sab bhi virodh karo