पुष्कर; विश्व जल दिवस के अवसर पर आज ठीर्थराज पुष्कर मे दिन भर उत्सवा का माहौल रहा! प्रातः 7 बजे कई दशकों के बाद लोगों को ‘प्रभात फेरी’ देखने को मिली जिसमे बड़ी संख्या मे छात्र-छात्राओ, अध्यापिकाओं, नगर के गण्यमान्य व्यक्तियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया। जल के महत्व को उजागर करने वाले लुभावने नारों के रंग-विरंगे पोस्टर, बैनर, स्क्रॉल हाथों मे लिए अपने अपने विद्यालिया की पोशाक पहने हुए बच्चे बैंड की धुन के साथ सरोवर परिक्रमा मार्ग पर एक दिव्य छटा विखेर रहे थे जिसे देखने सारे नगरवासी अपने घरों से बाहर आ गए। “ इस कार्यक्रम ने तो स्वतन्त्रता संग्राम के दिनो की प्रभात फेरी की याद दिला दी।“ एक बुजुर्ग के कहते सुना गया।
प्रभात फेरी पुराना रंगजी मंदिर से प्रारम्भ हुई जहां श्री योगेश भारती ‘योगाचार्य’ ने पुष्कर के परिपेक्ष मे जल के महत्व से लोंगों को अवगत कराया। तदुपरांत प्रभात फेरी प्रारंभ हुई जिसमे सबसे आगे पारंपरिक भारतीय पोषाक मे श्री ब्रह्मा सावित्री वेद विद्यापीठ एवं भारद्वाज आश्रम द्वारा संचालित बांगड संस्कृत महाविद्यालय के छात्र थे। गायत्री शक्ति पीठ के प्रज्ञा बाल निकेतन विद्यालय, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, राजकीय केन्द्रीय उच्च विद्यालय के छात्र-छात्राएँ भी बड़ी संकया मे उपस्थित थे।
प्रभात फेरी वराह घाट, रमा वैकुंठ मंदिर, गुरुद्वारा, उत्तरमुख हनुमान मंदिर, महाप्रभु जी की बैठक, ब्रह्म घाट, ब्रह्म चौक, गौ घाट, बद्री घाट, झुलेलाल घाट, नगरपालिका कार्यालय होते हुए वापस वराह घाट आयी। वराह घाट पर सैकड़ो लोगों की उपस्थिति मे पंडित सत्यनारायण शर्मा व पंडित रवि शर्मा द्वारा विधिवत सरोवर पूजन व आरती का भव्य कार्यक्रम सम्पन्न कराया गया।
आरती के बाद सभी लोगों ने समूहिक रूप से निम्न संकल्प लिया जिसे आने वाले समय मे जल के प्रति हमारी जागरूकता का एक परिवर्तनकारी दस्तवेज माना जा सकता है:
हरि ॐ ततसत। अद्य श्री ब्रह्मा, विष्णु एवं शिव की आज्ञा से श्वेतवाराह कल्प के सातवे वैवस्वत मन्वंतर, कलियुग के प्रथम चरण, जंबूदीप, भरतखंड, आर्यवर्त के अंतर्गत भारतवर्ष के पुण्य राजस्थान प्रदेश के परम पावन पुष्कर तीर्थ क्षेत्र मे, विक्रम संवत के पराभव नाम संवत्सर, उत्तरायण, वसंत ऋतु, फाल्गुन मास, शुक्ल पक्ष, दसमी तिथि और शुक्र वार के दिन (अपना गोत्र उच्चरित करे) गोत्र मे उत्पन्न मै (अपना नाम उच्चारित करे) परम पावन श्री पुष्करराज एवं परमपिता ब्रह्मा व माता सावित्री की प्रसन्नता हेतु यह संकल्प लेता हूँ कि मै इस सरोवर और इस तीर्थ की पवित्रता एव गरिमा को अक्षुण रखने हेतु हर संभव प्रयास करूंगा। मै पावन सरोवर के दिव्य जल को दूषित करे ऐसी कोई भी वस्तु – पुष्प, पिंड, अन्न, अस्थि, निर्माल्य आदि सीधे जल मे अर्पित न करके चिन्हित कलशों एवं कुंडो मे ही अर्पित करूंगा और अपने यजमानों व अन्य लोगों को भी ऐसा ही करने के लिए प्रेरित करूंगा। मै (अपना नाम उच्चरित करें) पुष्करराज की सेवा मे तन, मन और धन से यथासम्भव सहयोग करूंगा! (संकल्प का जल सरोवर मे छोड़ दें!)
प्रभात फेरी का नेतृत्व पुष्कर के प्रमुख समाज सेवी श्री अरुण पाराशर, गायत्री शक्ति पीठ के व्यवस्थापक श्री वीर शंकर जी, पुष्कर नगर पालिका मे विपक्ष के नेता श्री शिवस्वरूप महर्षि, पूर्व पार्षद श्री बाबूलाल दण्दी, जन चेतना समिति के श्री नौरतमल पाराशर तथा सर्वश्री भीकम खात्री, अशोक पाराशर, मौसम शर्मा, सत्यनारायन मिश्रा, विजय पाठक, राजेंद्र rakavat आदि ने किया!
विश्व जल दिवस का दूसरा प्रमुख कार्यक्रम उपेक्षित व विस्मृत मध्य पुष्कर का सांकेतिक जीर्णोद्धार था जहा स्वयं सेवकों ने पुष्कर के चर्चित तीन जलागमों मे एक इस सांस्कृतिक एवं धार्मिक धरोहर की साफ-सफाई की। तदुपरांत उसमे निकटवरती ट्यूब वेल से जल भरा और सदियों बाद वहां पूजन एवं आरती का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।इस आयोजन मे स्थानीय जय अम्बे पब्लिक स्कूल के छात्रों, अध्यापिकाओं एवं व्यवस्थापाको की अहम भूमिका रही।
नगरवासियों मे विश्व जल दिवस के इन कार्यक्रमो का खासा असर देखा गया! “ पहली बार मालूम हुआ की जल दिवस भी मनाया जाता है। पुष्कर के लिए तो बहुत जरूरी है। 2009 और 2007 मे क्या हुआ कोई भूल सकता है?’ ये कहना था एक युवा व्यवसायी समीर का जो उन वर्षो की ओर इशारा कर रहे थे जब पुष्कर सरोवर पूरी तरह सूख गया था।
2010 मे राष्ट्रीय झील संरक्षण योजना के अंतर्गत केंद्र व प्रदेश सरकार ने संयुक्त रूप से लगभग 48 करोड़ की लागत से झील की खुदाई व 21 किलोमीटर लंबे फडरो का निर्माण करवाया जिसमे कुछ कार्य अभी भी शेष है।
पुष्कर मे विश्व जल दिवस समारोह का आयोजन राज्य सरकार के कम्युनिकेशन एवं कपेसिटी डेव्लपमेंट यूनिट (सी सी डी यू ), पुराना रंगजी मंदिर, एवं सरोवर व उसके बेसिन के संरक्षण को समर्पित प्रस्तावित संगठन ‘पुष्कर सरोवर संवर्धनी’ की पहल पर स्थानीय विद्यालयों के सहयोग से संभव हुआ!