फ्यूजन संगीत संध्या कहरवा ने मन मोहा

राजस्थानी लोक संगीत व भारतीय शास्त्रीय संगीत के संगम की बही गंगा
kaharvaअजमेर। सांस्कृतिक संस्था कला अंकुर एवं फ्यूजन संगीत समूह कहरवा के संयुक्त तत्वावधान में जवाहर रंगमच में संगीत संध्या कहरवा आयोजित की गई। कला अंकुर के संरक्षक कमलेन्द्र झा ने बताया कि इस संगीत कार्यक्रम मे फ्यूजन संगीत का प्रयोग अत्यंत अभिनव प्रकार का था, जिसमें जाने माने संगीतज्ञों एवं कलाकारों द्वारा राजस्थानी लोक संगीत एवं भारतीय शास्त्रीय संगीत का संगम फ्यूजन प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक शरद गोयल ने बताया कि वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी उमराव सालोदिया एवं प्रसिद्ध संगीतकार एवं शास्त्रीय तबला वादक डॉ. विजय सिंह द्वारा संगीत समूह कहरवा के माध्यम से यह कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कहरवा समूह की इस प्रस्तुति में उपराव सालोदिया (गायन), डॉ. विजय सिंह (तबला), उस्ताद बुनदू खान लंगा (गायन), डॉ. विजेन्द्र गौतम (गायन), प. हरिहरषरण भट्ट (सितार), योगेष शर्मा (ड्रम), पंकज पाहवा (की-बोर्ड), रईस खां (मोरचंग/भपंग), बरकत खां (ढ़ोलक), जाकिर खां (खड़ताल), गिरिजा प्रसाद (नगाड़ा) ने अत्यंत प्रभावशाली प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम के प्रारंभ में मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात अध्यक्ष रवि शर्मा ने सभी का स्वागत किया एवं कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात कला अंकुर अकादमी की छात्राओं ने कला अंकुर गीत प्रस्तुत किया। कहरवा समूह के सभी कलाकारों का स्वागत एवं सम्मान माल्यापर्ण तथा स्मृतिचिन्ह् प्रदान कर कलाअंकुर के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में शहर के गणमान्य संगीत प्रेमी, श्रोतागण उपस्थित थे। कार्यक्रम संचालन माधवी स्टीफन एवं कल्पना शर्मा द्वारा किया गया। संयोजक शरद गोयल ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। साउंड देवेश एवं वीडियो भाटिया फिल्म्स का था।

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