अजमेर। भारत की संस्कृति और सिद्धान्त, यहां के आबो हवा, यहां का अध्यात्म, ब्रिटिश नागरिक को इतना भाया कि उनकी मृत्यु के बाद अंतिम इच्छा के मुताबिक उनकी अस्थियां तीर्थ गुरू पुष्कर सरोवर में वैदिक कर्मकाण्ड के साथ विसर्जित की गई। मित्र नगर रातीडांग वैशाली नगर में रहने वाले मनोहर सिंह राठौड ने सोमवार को ब्रिटिश नागरिक रिज्नॉल्ड प्रेसी मैसफिल्ड की लंदन से उनकी बहन द्वारा भारत भेजी गई उनकी अस्थियों का विसर्जन किया। मनोहर सिंह ने बताया कि बरसों तक भारत में युनीसेफ संस्था से जुडे रहे मैसफिल्ड गरीबों की सेवा करने वाले जिन्दादिल इंसान थे, राठौड ने बताया कि एक ब्रिटिश वो थे जिन्होंने भारत में आकर अत्याचार किये वे एक ब्रिटिश व्यक्ति मैसफिल्ड जिनके दिल में दुसरों के लिये दया और प्रेम हर वक्त रहता था। अस्थि विसर्जन के मौके पर मनोहर सिंह की बेटी दक्षिका भी मौजुद थी जिन्हें मैसफिल्ड ने बचपन में अपनी गोद में खिलाया था।