अजमेर। अजमेर क्लब में सोमवार रात रंगों की बहार संग व्यंगों की फुहार भव्य हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में कवियों ने हांस्य व्यंग की रचनाओं से श्रोताओं को मत्रंमुग्ध कर दिया। जयपुर के कवि संजीव सजल ने ”संसद में जो बैठे है कहते है उनको नेता पहले पिता ने खाया अब खा रहा है बेटा”। कवि कमल महेश्वरी ने खुखांर पत्नि शिर्षक की कविता ”कितनी हसीन है आप अपने आपको दुनिया की नजर से बचाने के लिये कानों में झुमके पहनने की बजाय कानों में नीबू और मिर्ची लटकाया करों। देर रात तक आयोजित कवि सम्मेलन में उदयपुर के मनोज गुर्जर, एमपी के गोविन्द राठी और दामोदर दाधिच ने गीतों के द्वारा हास्य और व्यंग की बारिश की।