अजमेर। कहते है कि दुनिया में इंसान के लिए अगर सबसे खुबसूरत कुछ है तो वो है उसकी आँखे क्योंिक उन्ही आँखों से इंसान संसार की हर खुबसूरत चीज को देखकर आनंद की अनुभुति करता है। लेकिन देश में करोडो ऐसे लोग भी है जिनको भगवान् ने इस नैमत से वंचित कर रखा है और यही कारण है कि वे लोग देश की मुख्यधारा से आज तक नहीं जुड पाए हैं हालांकि नेत्रहीनों के लिए ब्रेनलिपि में पढाई एक वरदान साबित हुई है लेकिन बावजुद इसके महज 12वीं कक्षा तक की पढाई ब्रेनलिपि से कराना कोई खास महत्व नहीं रखता। इसी कारण को लेकर रोटरी क्लब अजमेर द्वारा नेत्रहीन व्यक्तियों को शिक्षा से रोजगार तक के अवसर देने के लिए एक ऐसी सीडी तैयार की गई है जो नेत्रहीनों के लिए वाकई वरदान साबित हो रही है।
रोटरी क्लब अजमेर अब देश के नेत्रहीनों की दो आँखे बनकर शिक्षा से रोजगार तक इन नेत्रहीनों को पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड रहा है। रोटरी क्लब द्वारा तैयार इस खास सीडी से देश के नेत्रहीनों को कक्षा 12वीं के बाद अलग-अलग रोजगार कोम्पटिशन में आम लोगों की तरह हिस्सा लेने में सहुलियत और सुविधा प्रदान की जा रही है।
सोमवार के दौर में जिस तरह से जितनी तेजी से टेक्नोलोजी बदल रही है उस टेक्नोलोजी को अब इन नेत्रहीनों ने अपनी ताकत के रूप में काम में लेना शुरू कर दिया है। इस खास सीडी की मदद से ना सिर्फ ये नेत्रहीन अब बडी बडी प्रतियोगिता में बिना किसी की मदद के हिस्सा ले रहे है बल्कि हर रोजगार प्रतियोगिता में अव्वल भी आ रहे है।
नेत्रहीनों को शिक्षा से रोजगार तक के अवसर देने वाली इस सीडी की सबसे खास बात ये है कि रोजगार परीक्षा की किताब को एक बंद कमरे में साफ सुथरी आवाज में पढकर रिकोर्ड किया जाता है उसके बाद एक खास सोफ्टवेयर पर रिकोर्ड की गई आवाज को डालकर अलग अलग हिस्सों से उस सीडी में आने वाली एक्स्ट्रा आवाजों को हटा दिया जाता है ताकि जब कोई नेत्रहीन व्यक्ति इस सीडी को सुने तो उसे किताब में क्या लिखा है वो साफ साफ सुनाई दे। हैरानी की बात ये है कि जो व्यक्ति इस सीडी की एडिटिंग करता है वो इंग्लिश का लेक्चरर है और खुद एक नेत्रहीन है लेकिन इसने अपनी इस कमजोरी को कभी अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया।
देश के दृष्टी बाधित लोगों को रोजगार का अवसर देने के उद्देश्य से बनाई गई इस सीडी से देश के दस राज्यों के नेत्रहीन लाभ उठा चुके हैं साथ ही अब तक करीब 70 से ज्यादा अलग अलग रोजगार प्रतियोगिताओं की सीडी रोटरी क्लब के माध्यम से तैयार कर विभिन्न राज्यों में भेजी जा चुकी है जिसमे राजस्थान, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, और दिल्ली है। वहीं साल 2011 में आरटेट की परीक्षा में इसी सीडी को सुनकर 74 नेत्रहीनों ने परीक्षा दी जिसमे से 54 नेत्रहीन परीक्षार्थी परीक्षा में अच्छे नम्बरों से पास भी हुए, वहीं थर्ड ग्रेड परीक्षा में 6 नेत्रहीन अभ्यार्थी इस सीडी के जरिये पास हुए थे।
वही सीडी के प्रोजेक्ट को फाइनेंस करने वाले शहर के भामाशाह सुनिल गोयल ने बताया कि इस काम के लिए अगर भविष्य में और रूपयों की जरूरत पडी तो वह पुरी करेंगे। इसमें कोई कमी नहीं आने देंगे और इनकी सेवा करना ही उनका मुख्य उद्देश्य है।
