अजमेर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा सिखाई जाने वाली जीवन जीने की कला अब कैदी भी सीख सकेंगे। सोमवार दोपहर केन्द्रीय कारागृह अजमेर में जेल अधीक्षक शंकरलाल ओझा और राजयोगनी शान्ताबहन ने कैदीयों के जीवन में सुधार के लिये राजयोग प्रशिक्षण केन्द्र का विधिवत उद्घाटन किया। इस केन्द्र में प्रतिदिन राजयोग का प्रशिक्षण दिया जायेगा। शान्ताबहन ने बताया कि राजयोग जीवन जीने की कला सिखाता है। मनुष्य
को उसके जीने का उद्देश्य बताता है।
