अजमेर। सीबीएसई की जेईई मुख्य परीक्षा रविवार को दो चरणों में संपन्न हुई। अजमेर, ब्यावर और किशनगढ में 84 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं, जिन पर करीब 34 हजार विद्यार्थीयों ने परीक्षा दी। गौरतलब है कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिये पहली बार संयुक्त प्रवेश परीक्षा आयोजित की गयी है। पहली पारी में सुबह साढे 9 से दोपहर साढे 12 बजे तक हुई परिक्षा में भौतिक वैज्ञान, रसायन शास्त्र और गणित के प्रश्न पूछे गये जबकि दूसरी परीक्षा दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक हुई जिसमें गणित एप्टीट्यूट और ड्राइंग से संबंधित प्रश्न आये। पहली परीक्षा बीई और बीटेक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिये थी जबकि दूसरी परीक्षा बी आर्क और बी प्लानिंग पाठ्यक्रम प्रवेश
के लिये थी। पहली पारी में आयोजित परिक्षा में विद्यार्थियों की ज्यादा संख्या रही जबकि दूसरी परीक्षा में कम विद्यार्थी बैठे। परिक्षा देकर लौटे विद्यार्थीयो के चेहरो पर मिले जुले भाव बता रहे थे कि किसी विद्यार्थी का प्रश्नपत्र बहुत अच्छा हुआ तेा किसी का सामान्य।
ज़िले में 34 हजार से अधिक परिक्षार्थीयो और उनके परिजनो की आवक से शहर के हालात बिगडते रहे। जगह जगह पब्लिक वाहनो की आवाजाही से छुट्टी वाले दिन शहर का यातायात भगवान भरोसे हेा गये। इक्का दुक्का पुलिसकर्मीयो को वाहनो की रेलमपेल के बीच यातायात व्यवस्था बनाये रखने में पसीने आ गये। वहीं आम नागरिक जाम की परेशानी से दो चार होता रहा।
अजमेर ज़िला गौड़ ब्रह्माण सभा द्वारा जेईई परिक्षा में शामिल होने आये विद्यार्थीयो के लिए गौड ब्रह्माण सभा भवन में निशुल्क भोजन, आवास, बिस्तर आदि की व्यवस्था की गयी। सभा के अध्यक्ष अनिल भारद्वाज ने बताया कि समाज बंधुओ के सहयेाग से विद्यार्थीयो केा परिक्षा के दौरान होने वाली परेशानी केा देंखते हुए इस बार उन्हे ठहराने और उनके भोजन और नाश्ते की संपूर्ण व्यवस्था समाज की ओर से की गयी है।