अजमेर। सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के सालाना उर्स में एक महीने से भी कम वक्त बचा है। गरीब नवाज का 801वां उर्स 12 मई से शुरू होने वाला है जिसके मद्देनजर अल्पसंख्यक मामलात मंत्रालय ने दरगाह में उर्स के दौरान देश-विदेश से आने वाले हजारों जायरीनो को बेहतर से बेहतर सहुलियत देने के लिए अपनी तरफ से प्रयास शुरू कर दिए हैं इसी क्रम में मंगलवार को बीते सात महीनो से खाली पड़ी दरगाह कमेटी के सात सदस्यों की घोषणा अल्पसंख्यक मामलात विभाग के सचिव ललित के पंवार ने अजमेर पहुंच कर की।
गरीब नवाज के उर्स का मोका हो तो उस वक्त गरीब नवाज की दरगाह में एक अलग ही रूहानी अहसास जायरीनो को होता है यही वजह है कि आने वाले गरीब नवाज के 801वें उर्स को ध्यान में रखते हुए देश विदेश से दरगाह आने वाले जायरीनो को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिले इसके लिए केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्रालय ने बीते सात महीनो से खाली पड़ी दरगाह कमेटी के 9 सदस्यों में से 7 सदस्यों की मंगलवार को घोषणा कर दी, वहीं बाकी के 2 सदस्यों की घोषणा भी जल्द करने की बात कही गई। जिन सदस्यों के नामों की घोषणा की गई उनमें राजस्थान से असरार अहमद खान, मध्यप्रदेश से शेख अलीम, उत्तर प्रदेश से मौलाना अब्दुल वदूद, शाह अहमद अहमदी और चौधरी वहज अख्तर, अहमदाबाद गुजरात से चिश्ती जियाउदिन और मुम्बई से जावेद अब्दुल मजीद पारेख हैं।
अल्पसंख्यक मंत्रालय के सचिव ललित के पंवार ने गरीब नवाज के उर्स को लेकर दिल्ली में तैयारियों को तेज कर दिया गया है और इसके लिए आगामी 22 अप्रेल को विभाग के मंत्री जनाब रहमान खान ने उर्स की तैयारियों को लेकर एक मीटिंग भी बुलाई है जिसमे जायरीनों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अधिकारियों से चर्चा की जाएगी।