क्रिश्चनगंज थाना अन्तर्गत हरीभाऊ उपाध्याय नगर कोटडा में वाल्मीकी ट्रॉम्बे योजना के तहत बनाये गये 160 क्वाटरों में शहर से दुरी होने के कारण कोई रह नही रहा इसका फायदा भूमाफिया और गैरकानूनी तरीके से मकानों पर कब्जे करने वाले गिरोह उठा रहे हैं। शुक्रवार को क्रिश्चनगंज थाने में एक ऐसा ही मामला आया। थाने के एएसआई नरोतम सिंह ने बताया कि 8 अप्रेल को पीड़ित सांवरलाल ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया कि मुझे फर्जी तरीके से आरोपी प्रतापनगर निवासी देवेन्द्र सिंह ने 1 लाख 40 हजार रूपये में किसी और का क्वाटर बेच दिया। जांच के बाद पता चला कि क्वाटर के असली मालिक लेखराज की 2008 में ही मृत्यु हो चुकी थी। आरोपी देवेन्द्र ने यूआईटी से सांठगांठ कर मृतक लेखराज के कागजात निकलवा कर फर्जी तरीके से सांवरलाल को बेच दिया। सांवरलाल ने क्वाटर में 3 लाख 84 हजार का और निर्माण कराकर क्वाटर को बढ़ीया बना लिया। इसकी जानकारी मृतक के पिता प्यारे लाल को मिली तो उसने सांवरलाल को बताया कि यह क्वाटर मेरे बेटे के नाम था। क्रिश्चनगंज थाना पुलिस ने मुकदमे की तफतीश करते हुए आरोपी देवेन्द्र सिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से न्यायालय ने आरोपी को दो दिन के रिमाण्ड पर सोंप दिया।