नो कंस्ट्रक्शन जोन के प्रस्ताव की साधारण सभा हंगामें के भेंट चढी

abcd 02 abcd 01अजमेर। सभा में महिला पार्षदों की मौजूदगी में पुरूष पार्षदों ने जिस असभ्य भाषा के साथ बर्ताव किया उसे देख कर अजमेर की नगर निगम को सभ्य कहा जाना झूंठा होगा। इलेक्ट्रोनिक मीडिया के कैमरों ने जिस ध्वनि और दृश्य को अपने कैमरों में कैद किया है वह सारी रिकोर्डिंग तो टीवी पर नहीं दिखाई जा सकती लेकिन युवा और बुजुर्ग पार्षदों के बीच हुई नूरा कुश्ती के कुछ अंश आपको दिखा देते हैं।
हाईकोर्ट के जिन आदेशों को लेकर आनासागर झील और पालबिच्छला तालाब को नो कंस्ट्रक्शन जोन घोषित करने के लिए साधारण सभा बुलाई गई थी उस प्रस्ताव को भाजपा और कांग्रेस दोनो ही दलों के पार्षदों ने खारिज कर दिया। इस बार पूर्व की तरह पप्पू पास नहीं हो पाया।
सदन में गिरी गरिमा पर निगम मेयर कमल बाकोलिया ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्हें जनता ने सुना है इसलिए मेयरगिरी सीखने के लिए उन्हें किसी की सलाह की जरूरत नहीं। सदन में नरेश सत्यावना और सम्पत सांखला के बीच शुरू हुए विवाद का अंत विधायक अनिता भदेल और मेयर कमल बाकोलिया के बीच हुए वाकयुद्ध के साथ हुआ।
वहीं कांग्रेस के बुजुर्ग और निष्कासित पार्षद मोहनलाल शर्मा और मनोनित पार्षद विपिन बैसिल के बीच हुए वाकयुद्ध में काफी देर तक मर्यादाऐं तार-तार होती रहीं। दोनो ही एक दूसरे को बाहें चढ़ाकर देखलेने की धमकियां देते दिखे।
आखिर में प्रस्ताव खारिज हो गये और निगम सीईओ विनिता श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया कि हाईकोर्ट के द्वारा 21 जनवरी को पारित निर्णयों की अवमानना की गई है वे अपनी रिपोर्ट बनाकर राज्य सरकार को भेज दंेगी।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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