अजमेर। रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के तार सरकारी तंत्र मंे इस कदर रच बस गये हैं कि इनसे छुटकारा पाना आम आदमी तो दुर भगवान के बस की बात भी नहीं रही। अपनी वर्दी और पद का रूतबा गालिब कर आम आदमी को किड़ा मकोड़ा समझने वाली पुलिस का एक ओर कारनामा सोमवार को उस वक्त देखने को मिला जब बिकानेर से अपने पति और पुत्र से जेल में मुलाकात करने आया एक परिवार सिविल लाईन थाना पुलिस के सबइंस्पेक्टर की राठौड़ी का शिकार होकर अपनी फरीयाद लेकर एसपी के पास पहुंचा और ज्ञापन देकर न्याय की उम्मीद लगाई। दरअसल यह परिवार जिसमें अधिकतर महिलाएं थीं, जेल में सजायाफ्ता आमीन और सिकन्दर से मिलने फोर्डएण्डेवर आरजे 04 यूए 1249 में बिकानेर से अजमेर पहुंचे थे। सिविल लाईन थाने के एसआई पारसमल ने एण्डेवर पर लगे काले कांचों का हवाला देकर सभी महिलाओं को अपनी पुलिस जीप में बैठाया और थाने ले आये यहां आकर उसने महिलाओं के साथ आये इमरान को थप्पड मारा और गाड़ी छोडने की एवज में 50 हजार रूपये की मांग की। लाचार और डरे हुए परिवार ने पारसमल को 15 हजार रूपये दे दिये, क्योंकि उनके पास सिर्फ 20 हजार रूपये थे 5 हजार रूपये उन्होंने अपने रास्ते खर्चे के लिये रख लिये। इसके बाद वकील पवन कुमार के माध्यम से एक ज्ञापन एसपी को देकर घुसखोर पुलिस पर कार्यवाही की मांग की।