अजमेर। अजमेर व्यापारिक महासंघ के पदाधिकारियो ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज़िला कलेक्टर को ज्ञापन देकर उर्स के दौरान पाकिस्तानी जत्थे को अजमेर आने की अनुमति न देने की मांग की। महासंघ से जूड़े सैकडो व्यापारियों ने जूलुस के शक्ल में कलेक्ट्रेट पहंुचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। अध्यक्ष मोहनलाल शर्मा और वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह छाबड़ा ने भारत पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ हमेशा उदार रहा। यही कारण रहा कि खलिल चिश्ती को पीयूसीएल ने सहायता कर पाकिस्तान भिजवा दिया। बदले में पाकिस्तान ने अमानविय और क्रुर तरिके से सैनिकों से सिर धड़ से अलग कर दिये और तो और सरबजीत को रिहा करना तो दूर उसे जेल में ही साजिश कर मौत के घाट उतार दिया। फिर भी भारत और राज्य सरकार पाकिस्तानी जत्थे को सुरक्षा देने के नाम पर लाखो रूपये बर्बाद करती है, इसलिये महासंघ की मांग है कि इस संवेदनशील मसले पर ठोस कार्यवाही करते हुए भारत के नागरिकों, सैनिको और व्यापारियों की भावना को सम्मान दिलायें।