राज्यपाल, आडवानी और गडकरी की चादर पेश

gadkari chadar 02 gadkari chadar 01अजमेर। हिन्दलवली शहंशाह हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती का 801वां उर्स बजाप्ता तौर पर शुरू हो गया है। दरगाह शरीफ में जायरीन की आमद यकायक तेज हो गई है। गरीब नवाज के चाहने वाले हरसिम्त से उनके आस्ताने पर पहुंच रहे हैं। सभी जायरीन जन्नती दरवाजे के रास्ते आस्ताना शरीफ में जाकर दुआ मांग रहे हैं।
ख्वाजा साहब की मजार पर उर्स की भीड और अपनी मसरूफियात के समप जो सियासी रहनुमा दरगाह शरीफ नहीं आ पाते हैं वो अपनी अकीदत का ईजहार गरीब नवाज के मजार पर चादर भेज कर करते हैं। भारतीय जनता पार्टी के लीडर लालकिशन आडवानी, बीजेपी के साबिक सदर नीतीन गडकरी ने भी उर्स के मौके पर अपनी जानिब से चादरेें भेजी। जनाब आडवानी और गडकरी की चादर अभिमन्यु सिंह और सलावत खान समेत दीगर भारतीय जनता पार्टी के कारकुन लेकर आये। जब आडवानी और गडकरी की चादर निजाम गेट पर पहुंची तो भारतीय जनता पार्टी के अकलियती सेन के करकुनों और उनका गरम जोशी से इस्तकबाल किया। जनाब गडकरी और आडवानी की चादर जन्नती दरवाजे के रास्ते से गुजर कर आस्ताने शरीफ में पेश की गई। चादर पेश करने के बाद मुल्क में अमनों अमान और खुशहाली की दुआएं की गई। बाद जियारत खादिम अब्दुल बारी ने अभिमन्यु सिंह और सलावत खान समेत भारतीय जनता पार्टी के दीगर कारकुनांे की दस्तारबंदी की और उन्हंे तबर्रूख पेश किया। इस मौके पर जनाब आडवानी और गडकरी की जानिब से भेजा गया पैगाम भी पडा गया। अपने पैगाम मंे लालकिशन आडवानी ने कहा कि मौजुदा हालात मंे गरीब नवाज के बताये गये रास्ते पर चलना और उनकी तालिमात पर अमल करना बेहद जरूरी है।

गरीब नवाज ने हिन्दुस्तान के फिल्मी सितारों के भी बडी अकीदत है। उर्स की पुरनुर फिजाओं के बीच बॉलीवुड की अदाकारा आरती छाबडा ने गरीब नवाज की मजार पर जियारत कर अकीदत के फूल और मखमली चादर पेश की। उन्होंने मजार शरीफ पर अपनी आने वाली फिल्म “विवाह 70 किमी“ की कामयाबी की दुआ मांगी। उन्हंे जियारत खादिम कुतुबुद्दीन सकी ने कराई, बाद जियारत उनको चुनरी ओढाई गई और तबर्रूख भेंट किया गया। गौरतलब है कि आरती छाबडा ने आवारा पागल दिवाना, सुख, शुटआउट एट वडाला समेत दीगर कई फिल्मों में काम किया है।
एतवार के रोज ही गरीब नवाज के मजार पर टीवी कलाकार आस्था ने भी गरीब नवाज के मजार पर अकीदत के फूल और मखमली चादर पेश की। उन्हंे खादिम मुकद्दस मोईनी ने जियारत कराई।

एतवार के रोज उर्स के पहले दिन दरगाह शरीफ के आहताए नुर में अंजुमन शेखजादगान की जानिब से उर्स के मौके पर शायकी जाने वाली किताब का ईजरा किया गया। इस मौके पर अंजुमन शेखजादगान व अंजुमन सैयद जादगान ओहदेदारान भी मौजुद थे। गौरतलब है कि अंजुमन की इस किताब का तर्जुमा मशहुर शायरों अदीब खुदादास मोनिस केडी खान ने अंग्रेजी जबान में भी किया है।

जायरीनों के लिये स्टेशन पर कैम्प और डिस्पेन्सरी शुरू
nosar 02 nosar 01गरीब नवाज के 801वें उर्स में आने वाले जायरीनांे की सहुलत के पेशे नजर नॉर्थ वेस्टर्न रेल्वे डिस्ट्रीक नम्बर 21 अजमेर कॉपर्स की जानिब से भारतीय सेंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड के ताउन से एक दवाखाना रेल्वे स्टेशन पर कायम किया गया है जिसमें एसोसिएशन और ब्रिगेड के कारकुन व डॉक्टर्स बारबर अपनी खिदमात को अंजाम दे रहे हैं। रेल्वे स्टेशन पर जगह जगह जायरीनों साथ आने वाले नौनिहालांे और मासुम बच्चों को पोलियों की दो खुराक भी पीलाई जा रही है। जायरीन भी इन सहुलतों का भरनुर फायदा उठा रहे हैं। साथ ही रेल्वे स्टेशन पर भी नॉर्थ वेस्टर्न रेल्वे स्काउट व गाइर्डस की जानिब से जायरीन के लिये पीने के ठंउडे पानी का इंतेजाम किया गया है जहां पर स्काउट और गाईड्स पुरी लगन और मोहब्बत के साथ जायरीन की खिदमत कर रहे हैं। जायरीन भी शिद्दत की गर्मी में ठंडा पानी पीकर उनकी खिदमात को सराह रहे हैं। रेल्वे स्टेशन पर ही उर्स के इंतेजामात के पेशे नजर गुजिश्तारोज डीआरएम मनोज सेठ ने दौरा कर तैयारीयांे का जायजा लिया था उस वक्त जायरीनों के सहुलत के लिये लगाये गये एस्केलेटर चल रहे थे जो बाद में उनके जाने के बाद बंद हो गये जिससे बुजुर्गाें को काफी परेशानी का सामना करना पडा।
इंतेजामिया ने 801वंे उर्स में आने वाले जायरीन के कयाम के लिये माकुल इंतेजामात किये हैं वहीं बीकानेर से पैदल आये जायरीन के जत्थे ने बावजुद मनाही नौसर घाटी प्राईवेट बस स्टेण्ड पर कयाम किया। वहां पर जब इन जायरीनों को जरूरी सहुलियात दस्तयाब नहीं हुई तो उन्हांेने हंगामा खडा कर दिया जिसके सबब माहौल को पुरसुकन बनाने के लिये पुलिस व इंतेजामिया को दखल देना पडा। जायरीन ने इल्जाम लगाया कि वो रकम देने की एवज में नौसर घाटी बस स्टेण्ड पर ठहरे है पर उन्हें कोई सहुलियत नहीं मिल रही है। जिसके सबब उन्हंे बडी परेशानी का सामना करना पडा रहा है। जायरीनों के एतेजाज और हंगामें को देखकर गंज थाना एसएचओ मय जाप्ता मौके पर पहुंचे और उन्हांेने हालात को काबु किया। जायरीनों को मनाने एसीएम अनिता चौधरी और कांग्रेसी लीडर इंसाफ अली भी पहुंचे।

1 thought on “राज्यपाल, आडवानी और गडकरी की चादर पेश”

  1. अजमेर शरीफ के उर्स पर हर साल राजस्थान
    सरकार की तरफ से “चादर”चढाई जाती है –इस
    बार भी गहलोत सरकार ने चढाई –अच्छी बात
    है —
    कभी सुना है की सावन के महीने मे किसी शिव
    मंदिर मे सरकार की तरफ से “आधा लोटा”दूध
    चढाया गया हो या फिर नवरात्र मे
    किसी माँ के मंदिर मे –“चुनरी ”
    किसी भी प्रदेश की या फिर केंद्र सरकार
    की तरफ से चढाई गयी हो –आखिर
    ऐसी प्रथा को चालाने का मतलब क्या है —?
    भगवान परशुराम जी कि जयंती पर सपा और
    बसपा ने ब्रहामणों को लुभाने की कोशिशें
    की —उत्तर प्रदेश के
    मुख्यमंत्री नेकहा की भगवान परशुराम के जन्म
    स्थल “शाहजहांपुर ” को हम विशेष पर्यटन स्थल
    बनाएंगे —–वाह अखिलेश बाबु —बात करतें हैं
    ब्रहामणों की ,भगवान परशुराम की ,लेकिन अगर
    आप आज ये घोषणा करते की भगवान परशुराम के
    जन्म स्थल का नाम “शाहजहांपुर ” से बदल कर
    परशुराम नगर या फिर भगवान परशुराम के नाम
    पर रख देंगे –तो शायद आपके पाप कुछ कम
    हो जाते —–
    मेरा दिमाग कह रहा है की अभी कुछ समय के
    भीतर मनमोहन सिंह बीमार पड़ कर हॉस्पिटल
    मे एडमिट होने वालें हैं —-क्यूँ की अब
    जनता की हमदर्दी पाने का बस यही एकमात्र
    उपाय बचा है –और ये कांग्रेस का”टेस्टेड”
    फार्मूला है –

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