अजमेर। मुख्यमत्री अशोक गहलोत ने प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में उनकी पवित्रा मजार पर अपनी ओर से चादर पेश की और अमन, चैन, खुशहाली की दुआ की। उन्होंने अजमेर में चल रहे ख्वाजा साहब के 801 वें सालाना उर्स के मौके पर श्रीमती सोनिया गांधी की चादर के साथ अपनी ओर से भी चादर पेश की। मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत ने उर्स के मौके पर अजमेर जिला प्रशासन द्वारा प्रकाशित की गई उर्स निर्देशिका के लिए भेजे अपने संदेश में कहा है कि “हिन्दुस्तान की सरजमीं को अनेक सूफी संतों और ओलियाओं ने नवाजा है। उन्होंने खुदाई खिदमत के साथ मुल्क और सूबे में अमन-चैन, इंसानी-मोहब्बत, कौमी-इत्तेहाद और अदल इंसाफ का पैगाम दिया। ऐसी आलमी हस्तियों के उर्स की अपनी खास अहमियत है। इस तरह की निर्देशिका से ख्वाजा साहब के उर्स पर आने वाले जायरीन के लिए किये जा रहें बन्दोबस्त और उन्हें दी जाने वाली सहुलियतों की जानकारी मिल सकेगी। मुझे उम्मीद है कि निर्देशिका के मजामीन अम्बीया ओलिया इकराम की रोशन जिन्दगी और उनकी तालीमात, गरीबों, मजलुमों, बेसहारों, बुजुर्गो वगैहर की खिदमत के साथ-साथ मुल्क में अमन-चैन, भाईचारा और कौमी एकता को फरोग देने वाले होंगे। मैं उर्स के मुबारक मौके पर मुल्क और दुनिया के दिगर मुल्कों से आने वाले तमाम जायरीन का इस्तकबाल और हजरत ख्वाजा गरीब नवाज को बडे़े अदब-ओ-एहतरम से याद करते हुए इस उर्स और इस मौके पर साया की जा रही निर्देशिका की कामयाबी की दुआ करता है।”
मुख्यमत्री तीन दिन यात्रा के बाद बीकानेर रवाना
मुख्यमत्री अशोक गहलोत अजमेर जिले की 11,12 व 13 मई की अजमेर जिले की यात्रा के बाद आज दोपहर को अजमेर से रवाना हुए। मुख्यमंत्राी ने राजकीय वायुयान से किशनगढ़ से बीकानेर के लिए प्रस्थान किया।