अजमेर। ख़्वाजा साहब के उर्स मंे मुरादे और मन्नते मांगने आयी वाशी न्यू मुंबई की सबिना खान ने कभी सोचा भी नही था कि जिस दर से उसने मन्नते मांग कर बेटा पाया उसी दर से उसे अपने बेटे से जुदा होना पडेगा। पिछले सात दिनो से सबिना खान अपने 14 साल के बेटे नसीम मोहम्मद उर्फ इमरान को खो कर इधर उधर भट रही है। ज़ायरिनो की सहायता का दम भरने वाली पुलिस भी अब उसकी सहायता नही कर रही। सबिना ने दरगाह और गंज थाने में अपने बेटे नसीम मेाहम्मद उर्फ इमरान की गुमशुदगी दर्ज कराना चाही लेकिन उसे दोनो ही जगह से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। सबिना सात दिनो से सेन्ट्रल जेल, ढाई दिन का झोंपडा सहित हर उस जगह पर अपने बेटे को तलाश रही है जहां उसके होने की ज़रासी भी उम्मीद हो।