अजमेर। बुधवार को अजमेर सेंट्रल जेल में भंवर सिनोदिया हत्याकांड के अभियुक्त शहज़ाद के साथ देर रात जेल प्रशासन द्वारा की गयी मारपीट के बाद गुरूवार को ज़िला सत्र न्यायालय के न्यायधिश केपी सक्सेना ने सिविल लाइन थाने को जेल प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अभियुक्त शहज़ाद का मेडिकल कराने के निर्देश दिये। गुरूवार को शहज़ाद ने कोर्ट में पेश होकर न्यायाधिश को एक पत्र दिया जिसमें बताया गया कि जेल अधिक्षक शंकर लाल ओझाए जेलर योगेश तेजीए सतीश और अन्य सिपाहियों ने मिलकर उसके साथ मारपीट कर घायल कर दिया। शहजाद के वकिल चंद्रभान ने बताया कि शहज़ाद ने आरटीआई के तहत जेल प्रशासन से कोई जानाकारी मांगी थी। इसी बात से खफा जेल प्रशासन ने पोल खुलने के डर से उसे जानकारी नही दी उल्टा आरोप लगा कर उसके साथ जेल प्रशासन द्वारा मारपीट की गयी। गुरूवार को सिविल लाइन थाने के एएसआई लक्ष्मण सिंह ने न्यायालय के आदेश पर शहज़ाद का जेएलएन अस्पताल में मेडिकल कराकर मामले की जांच श्ुारू कर दी।