अजमेर। भगवान नरसिंह चर्तुदशी पर शुक्रवार को नया बाज़ार स्थित नरसिंह मंदिर पर लाल्या काल्या का मेला बडे ही धूमधाम और उल्लास के साथ भरा। शाम पांच बजे से वराह अवतार के रूप में लाल्या और हिरणाकश्यप के रूप में काल्या मुखौटे लगाकर बाज़ार में घूम-घूमकर लोगांे को सोठे मारते हुए दिखाई दिये। इन सोठों को खाने के लिए भीड़ भी उतावली थी। लोग चिढ़ा-चिढ़ाकर लाल्या काल्या को सोठे मारने के लिए उकसा रहे थे। इन सबके बीच होलीका ने भी लोगों पर प्रहार शुरू कर दिये। नया बाज़ार चौपड़ से नरसिंह मंदिर तक हज़ारों की संख्या में मौजुद लोग इन किरदारों को चिढ़ाकर अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे, वहीं मंदिर के बाहर मंच पर हिरण्याकश्यप भी जमकर उछलकूद मचाकर लोगांे का ध्यान अपनी ओर खींचकर रहे थे। उन्हीं के साथ ब्रह्मा, विष्णु, महेश भी खड़े थे। लाल्या काल्या के मेले में प्रमुख बात ये रहती है मेले मे आये श्रद्धालू किसी न किसी तरह सोठे और पूंछ से पिटाई का प्रसाद ग्रहण करने को आतुर रहते है। वहीं इतने बडे आयोजन में आयोजक पुलिस इमदाद नही लेते जिसके चलते कई बार झगड़े फसाद होते रहते है। भगवान नरसिंह द्वारा फाड़े गये कागज़ के खंबे के टूकड़े को लोग शगुन के रूप में अपने घरांे में लेकर जाते है। आखिर में भगवान नरसिंह मंदिर की छत पर चढ़कर सभी श्रद्धालुओं को दर्शन देते है। इस पूरे मेले के दौरान नया बाज़ार का एक-एक मकान श्रद्धालु दर्शकों की मौजूदगी का गवाह बनता है