अजमेर। अजमेर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ ने डेयरी में पशुपालकों से खरीदे जाने वाले तथा उपभोक्ताओं को विक्रय किये जाने वाले दूध में आगामी एक जून से दो रूपये प्रति लीटर की दर से वृद्धि की है ।
डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि गत 70 दिनों में अजमेर डेयरी ने अपने पशुपालकों को नौ रूपये प्रति लीटर की दर से खरीद मूल्य बढ़ाया है जबकि गत 14 महीने में पहली बार सभी प्रकार के दूध पर दो रूपये प्रति लीटर की वृद्धि की है जो आगामी एक जून से लागू होगी । श्री चौधरी ने इसके लिए आम उपभोक्ताओं से क्षमा मांगते हुए बताया कि अजमेर डेयरी द्वारा शत-प्रतिशत शुद्ध व ताजा दूध उपभोक्ताओं को वितरित किया जा रहा है । जिसमें किसी प्रकार पाउडर नहीं मिलाया जा रहा है ।
अजमेर डेयरी अध्यक्ष ने बताया कि दूध उत्पादों की बढ़ती हुई मांग इसमें विशेषकर दही और छाछ की मांग बढ़ने से आज से ही डेयरी परिसर में एक लाख लीटर की क्षमता का कोल्ड स्टोरेज प्रारंभ किया गया है इसमें दही, छाछ व अन्य दूध उत्पाद ही रखे जायेंगे । अब उपभोक्ताओं को दही और छाछ की किसी प्रकार की कमी नहीं होगी ।
चौधरी ने बताया कि अजमेर डेयरी द्वारा प्रतिदिन एक लाख 73 हजार लीटर दूध का वितरण किया जा रहा है और दो लाख लीटर प्रतिदिन दूध का संग्रहण साढ़े 18 हजार पशुपालकों से किया जा रहा है ।
मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत द्वारा प्रति लीटर दूध पर दो रूपये का अनुदान अब जून माह से ऑन लाईन पर मिलेगा इसके लिए सभी साढ़े 18 हजार पशुपालकों के खाते विभिन्न बैंक में खुलवा दिये गये हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि डेयरी ने मई माह में 420 मैट्रिक टन घी का विक्रय किया है जिससे डेयरी को लगभग एक करोड़ रूपये का लाभ भी हुआ।
अनुदानित दर पर पशु आहार स्वीकृत करने के लिए आभार जताया
अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने अजमेूर जिले के अरारावग्रस्त क्षेत्र के पशुओं को अनुदानित दर पर पशु आहर उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं तत्काल आदेश जारी करने के लिए जिला कलक्टर वैभव गालरिया के प्रति आभार जताया और प्रशंसा व्यक्त की।
उन्होंने बताया कि अभावग्रस्त क्षेत्रा के पशुओं को पहली बार सात रूपये प्रति किलो की दर से अनुदान स्वीकृत किया गया है जो कि एक ऐतिहासिक निर्णय है पूर्व में चार रूपये प्रतिकिलो की दर से ही अनुदान दिया जाता था।
उन्होंने जिला कलक्टर के प्रति आभार व्यक्त किया कि उन्होंने पशुओं के पीने के लिए पानी की व्यवस्था करने के लिए संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच को अधिकृत कर दिया है जो स्वीकृत टेंकर की राशि पर पशुओं के लिए खेली आदि भर सकेंगे।