अजमेर। राज्य सरकार ने भले ही चुनावी साल में जनता को लुभानें के लिए अस्पतालांे में मुफ्त जांच और दवा योजना शुरू कर रखीं हो लेकिन सेवा के लिये चुने गये चिकित्सकिय पेंशे में आये दिन अपने मांगो को लेकर हड़ताल करने वाले चिकित्सकिय कर्मचारी इन योजनाओं पर पानी फेरने में जूटे है। पिछले 8 दिनो से राजस्थान रेडियोग्राफर ऐसोसिऐशन की प्रांतीय कार्यकारणी के आव्हान पर जेएलएन चिकित्सालय के सभी रेडियोग्राफर हड़ताल पर हैं। ऐसे में टीबी अस्पताल में कैंसर मरीजों के चेस्ट के एक्सरें नही हो पा रहे। साथ ही अस्पताल में भर्ती मरीजो की रेडियोग्राफी से संबधित जांचे भी प्रभावित हो रही हैं।
शनिवार को अजमेर आये चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के जॉईंट सेकेट्री डॉ समित शर्मा ने बताया कि डेलीवेजे़ज और संविदा पर अस्थाई रेडियोग्राफर्स की नियुक्ति के अधिकार स्थानीय प्रशासन को ज़िला कलेक्टर के माध्यम से करने के लिए दिये गये है। 10 प्रतिशत अतिरिक्त वेतन पर भी अस्थाई नियुक्तियां करने के आदेश हैं। वहीं उन्होनें सेवा के पेशे में आये चिकित्सा से संबंधित कर्मचारियांे से द्वारा अपनी मांगो के लिए आये दिन की जाने वाले हड़ताल और आंदोलन को नाजायज़ बताते हुए निंदा की।

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