शराब का गोदाम बना फैक्ट्री संचालकों के लिये मुसीबत

daru ke factory par pardharshan 03अजमेर। परबतपुरा स्थित रिकों इंडस्ट्रीयल ऐरिया में आरएसबीसीएल के शराब गोदाम से फैक्ट्री संचालकों को कई तरह की परेशानियों से दो चार होना पड़ता हैं। फैक्ट्री संचालकांे ने गोदाम को खाली कराने के लिए अदालत के जरियें गोदाम संचालक को नोटिस भी दे दिया लेकिन हरबार जल्द से जल्द गोदाम खाली करने के आश्वासन देने के बाद भी गोदाम खाली नही किया गया। गोदाम पर आने वाले शराब से भरे ट्रक और ट्रोलों से इंडस्ट्रीयल ऐरिया के daru ke factory par pardharshan 02मार्ग अवरूद्ध हो जाते हैं। वहीं ट्रकों में टूटी शराब की बोतलें सड़कों पर डाल दी जाती हैं, जिससे फैक्ट्री संचालकों को आने-जाने में भारी परेशानी और दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं। सोमवार को गोदाम के आस-पास के फैक्ट्री संचालक जिनमें दीपक इंडस्ट्रीज़, श्री मिनरल्स, विनोद स्टील, आशापूरा फर्नीचर, राजस्थान फाउंड्री के मालिक मौजूद थे। मीडिया की मौजूदगी को देखकर डीपो मैनेजर ओम प्रकाश दाधीच ने तत्काल साफ सफाई और 10 दिनो में डिपो शिफ्ट करने का आश्वासन दिया।
स्ट्रीट लाईटे दिन में देती हैं रोशनी रात में रहती हैं बंद
din me light jalti huwi 01इंडस्ट्रीयल ऐरिया में रिकों प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नही दिये जाने से जहां सड़को की हालत बदहाल है वहीं दिन में जल रही स्ट्रीट लाईटें मुंह चिढ़ा रही हैं। जबकि रात में ये लाईटे रेस्ट पर रहती हैं। इंडस्ट्रीयल ऐरियांे के उद्योगपतियों ने आरोप लगाया कि मेटिंनेस के नाम पर हर फैक्ट्री संचालक से 60 से 80 हजार रू लिये जाते हैं लेकिन रिकों अपने दायित्वों को पूरा नही करता। रिको सिर्फ बजट पास करता है कोई सुविधा नही देता।

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