अजमेर/नाट्यवृंद थियेटर एकेडमी व अजमेर फोरम द्वारा नगर निगम के सहयोग से 18 जून
मंगलवार को शाम बजरंगगढ़ स्थित शहीद स्मारक पर रंगकर्मी उमेश चौरसिया द्वारा लिखित व निर्देशित नुक्कड़ नाटक ‘बोल जमूरे‘ का प्रभावी प्रदर्शन किया गया।
यह नाटक इण्डोर स्टेडियम में 8 से 22 जून तक आयोजित की जा रही 15 दिवसीय निःशुल्क ग्रीष्मकालीन ‘यूथ एक्टिंग वर्कशॉप (युवा अभिनय कार्यशाला)‘ के अन्तर्गत युवा कलाकारों द्वारा प्रथम चरण में तैयार किया गया है। 14 युवक व 7 युवतियां के साझे प्रयास से प्रस्तुत इस नाटक में मदारी और जमूरे के मजेदार खेल के माध्यम से शहर की गंभीर समस्याओं पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा गया कि अजमेर को सुन्दर और अनुशासित बनाने की जिम्मेदारी केवल प्रशासन की नहीं है, सभी नागरिकों की भी है। नगर वासियों को उनके नागरिक कर्त्तव्यों के प्रति जागरूक करने की दिशा में यह नुक्कड़ नाटक अनूठा सार्थक प्रयास रहा। सड़क यातायात के नियमों का मखौल उड़ाने से होने वाली दुर्घटनाओं और जाम से सीख लेने की प्रेरणा देने के साथ-साथ कलाकारों ने आकर्षक अंदाज में अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों और ढेलेवालों से सामान नहीं खरीदने की अपील भी की, ताकि अतिक्रमण करने वाले सुधर सकें। सस्वर गीतों से सजे इस नाटक में अस्पताल, रेल्वे व बस स्टेशन, ऑफिस, पार्क आदि सार्वजनिक स्थानों पर पीक थूकने, जलती सिगरेट व कचरा फेंकने की आदत छोड़कर अजमेर को स्वस्थ-सुन्दर बनाने का संदेश भी खूबसूरती के साथ दिया गया।
अभिनय ने किया प्रभावित-नाटक में जमूरे की भूमिका में हर्षुल मेहरा ने सबका मनोरंजन किया। त्रिनेत्र तिवारी, पल्लवी पांडे, नरेन्द्र सोनी, राशि शर्मा, अंकित शांडिल्य, मुग्धा पांडे, हर्ष राव, किरण इसरानी व पीयूष गंगहेड़ी ने जनप्रेरकों, सुधीर सतरावला, नितिश रावत व रमेश विश्नोई ने ग्रामीण भाया, अभि चौहान ने बाइकर, रितिका गोयल ने समाज सेविका, यज्ञा शर्मा व पावनी पांडे ने मां बेटी तथा विनीत रावत व अशोक कुमार ने मनचले युवकों की भूमिका में प्रभावी अभिनय कर दर्शकों की खूब तालियां बटोरीं। प्रस्तुति मार्गदर्शन डॉ रमेश अग्रवाल व एस.पी.मित्तल ने दिया। व्यवस्था कृष्णगोपाल पाराशर ने की तथा वैभव जैन व योगबाला वैष्णव सहयोगी रहे। वर्कशॉप के समापन पर 22 जून को एक और नाटक का मंचन किया जाएगा।
नाट्य प्रदर्शन में महेन्द्र विक्रम सिंह, श्याम माथुर, अशोक सक्सेना, डॉ. शकुनतला तंवर, देवदत्त शर्मा, डॉ. पूनम पाण्डे सहित नगर के अनेक प्रबुद्धजनों व कलाप्रेमियों उपस्थित रहे।