अधिकारियों की अनदेखी बन रही है जागरूकता में रोडा

arainअरांई। सरकार भारत निर्माण राजीव गॉधी सेवा केन्द्रों को हाईटेक कर करोडों रूपये खर्च करने में लगी है। परन्तु मोनिटरिंग की अव्यवस्थाओं व प्रचार प्रसार की कमी के आलम के चलते विभागीय कर्मचारियों व अधिक ारियों की लापरवाही का हरजाना ग्रामीणों को भुगतना पड रहा है। ग्रामीणों को हाईटेक के फायदे किस प्रकार लिये जाये इन चीजों की तनिक भर भी जानकारी नहीं है। माहौल यह है कि क्षेत्र के ग्रामीणों को आज भी राजस्थान भू अभिलेख आदि की जानकारी के लिए बाजारू दुकानों पर काफी मात्रा में पैंसा खर्च कर काम चलाना पड रहा है। यहॉ तक की राजीव गॉधी सेवा केन्द्रों में नियुक्त किये गये आईटी मैनेजरों द्वारा भी इस कार्य में गम्भीर लापरवाही बरती जा रही है। आईटी मैनेजर भी अपनी हाजरी पका कर वहीं स्थापित कामन सर्विस सेन्टर से तालमेल बनाने में लगे है। परन्तु प्रचार प्रसार की कमी के कारण जनता महंगाई के दामन में पीसने को मजबूर है।
ये है हाईटेक तकनीकि:- अरंाई पंचायत समिति क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों के आईटी सेवा केन्द्रों में कार्यरत आईटी मैनेजरों का मुख्य कार्य ग्रामीण जनता को विकास की गंगा से जोडना है। जहॉ ग्रामीणों की शत प्रतिशत समस्याओं का सुलझारा करना ही हाईटेक होना है। ग्रामीण क्षेत्र के अभ्यार्थियों के लिए सेवा केन्द्रों में सबसे बडी सुविधाआ फ्री आनलाईन फार्म भरने की है। इसके अन्तगर्त अभ्यर्थी ई मित्र क्यिोस्क, व सेवा केन्द्र में ही स्थापित कामन सर्विस सेन्टर से टोकन कटवाकर आईटी मैनेजरों से फ्र ी आनॅलाईन फार्म भरवा सक ते है तथा सभी प्रकार की भर्तीयों के परिणाम का प्रिन्ट आउट भी अभ्यार्थियों को निशुल्क उपलब्ध कराया जायेगा। ब्लॉक आईटी मैनेजर प्रकाश चौहान ने बताया कि केन्द्रों पर व्यक्तिगत लाभान्वित योजनाएॅ, राजस्थान भू अभिलेख, महानरेगा, चयनित परिवारों की सूची, प्रसुति एंव शिशु देखभाल, ई ग्राम, जन्म मृत्यु पंजीयन, बाजार भाव, सामाजिक सुरक्षा पेश्ंान, ज्ञान दर्शन, सुगम शिकायत, आनलाईन छात्रवृति प्रणाली, उच्च न्यायालय मे केस की स्थिति, मुख्यमंत्री सहायता कोष, दक्षता विकास प्रशिक्षण शिविर, जीवन रक्षा कोष, अन्न सुरक्षा योजना, पोप शहर ग्रामीण बैकिंग योजना, पूर्व मैट्रिक छात्रवृति अनुसूचित जाति व जनजाति, राज्य व जिले के साथ ही भारतीय राष्ट्रीय पोर्टल के सम्बन्ध में समस्त जानकारी व योजनाओं के फार्म निशुल्क उपलब्ध करवाये जायेगें। वहीं प्रत्येक मंगलवार को किसानों के लिए खेती व जानवरों की देखभाल के तौर तरीकों के सदंर्भ में वीडियों कान्फ्रेंसिंग की सुविधा भी दी जा रही है।
ये है डिकेसी की सुविधाएॅ :- राजीव गॉधी सेवा केन्द्रों में स्थापित डिजिटल नालेज सेन्टरों पर भी ग्रामीणों को निशुल्क चिकित्सा परामर्श के लिए वेद्धान्ता अस्पताल के चिकित्सकों का परामर्श निशुल्क है। इसके साथ ही अन्य आनलाईन सुविधाओं को लाभ भी लिया जा सकता है।
नहीं है जानकारी :- अरंाई ग्राम पंचायत के वार्ड पंच भवंरसिंह राजावत ने बताया कि उनके द्वारा नियमित ग्राम पंचायत में आने जाने के बावजूद इस हाईटेक तकनीकि के बारे में जानकारी नहीं है। कई ग्रामीणों को जागरूकता के अभाव में आर्थिक नुकसान उठाना पड रहा है। वहीं सेवा केन्द्रों पर आईटी मैनेजरों द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में किसी प्रकार का सूचना पटट भी नहीं लगा है। पंचायत समिति द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर विशेष जागरूकता शिविर लगाकर ग्रामीणों को सुविधाओं की जानकारी दिये जाने की आवश्यकता है।
यू बिगड रहा है तालमेल :- सेवा केन्द्रों में स्थापित कामन सर्विस, ईमित्र, डिजिटल नोलेज संचालकों व आईटी मैनेजरों के बीच आपसी तालमेल बैठने से ग्रामीणों को सुविधाओं का लाभ भलीभाति नहीं मिल पा रहा है। आईटी मैनेजरों द्वारा ग्रामीणों को पूर्ण रूप से सुविधाओं के बारे में जानकारी देने में टालमटोल का दौर जारी है।
इनका कहना :- हाईटेक तकनीकि की जानकारी जल्द ही प्रचार प्रसार के माध्यम से ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों को विशेष शिविर लगाकर दे दी जायेगी। आईटी मैनेजरों को भी ग्रामीणों को जानकारी देने के लिए पाबन्द किया जायेगा। गिरीश जिरोता विकास अधिकारी अरंाई।
उतराखण्ड में फसें अरांई क्षेत्र के यात्री
उतराखण्ड में तीर्थ स्थानों की यात्रा करने गये एक दर्जन यात्री देहरादून के समीप एक गांव में फंसे हुए है। उतराखण्ड में चल रही लगातार बारिश और बादल फटने की घटना से यात्रियों के परिजनों की रातों की नींद हराम चुकी है। यात्रियों के परिजनों को उनके सकुशल वापस लोटने का इंतजार है। संचार व्यवस्था खराब होने से यात्रियों से सम्पर्क करने में मुश्किल पैदा हो रही है। लगातार बारिश से यात्री ना तो आगे जा पा रहे और न ही वापस देहरादून आ पा रहे है। अरंाई निवासी विक्रम सिंह ने बताया कि परिजनों से सेना की हेल्प लाईन से जानकारी करने पर पत्ता चला है कि अरांई क्षेत्र से गए यात्री एक ही गांव में तीन दिनों से डेरा डाल कर बैठे है तथा सुरक्षित है। आगे जाने व वापस आने के पुलिया टूट जाने से उन्हे परेशानी हो रही है।
डीजिटल नॉलेज प्रशिक्षण दिया
अरांई पंचायत समिति के संंस्था प्रधानों को 25 प्रतिशत आरटीई से संबंधित डिजिटल नालेज प्रशिक्षण दिया गया। बीईईओं महावीर प्रसाद कोली ने निजी विद्यालयो के संस्था प्रधानो को बताया कि सरकार ने आरटीई के तहत 25 प्रतिशत अधिनियम का पालन करना अनिवार्य है। उनहोने बताया कि इस बार उक्त नियम के तहत सभी संस्था प्रधानों को आरटीइई के प्रवेश की सुचना ऑनलाईन फार्म भर देने है। ऑन लाईन आवेदन करने में पूर्ण सुचना एकत्रित कर कार्य करे। संस्थाओं को इस बार ऑनलाईन ही क्लेम प्रस्तत करना होगा तथा आरटीई का क्लेम विद्यालय के खाते में जमा करा दिये जाएगें। शिविर में निर्मल कुमार जैन, कार्यक्रम समंवयक नरेद्र कुमार मीणा, भरतदास वैष्णव सहित अधिकारी मौजूद थे।
मनोज सारस्वत

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